अंतरिक्ष में फंसे सुनीता विलियम्स और विल्मोर, अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने से शरीर पर क्या असर हो सकता है?

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अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर की वापसी अधर में लटक गई है.

अंतरिक्ष में फंसे सुनीता विलियम्स और विल्मोर, अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने से शरीर पर क्या असर पड़ेगा?सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर आठ दिन के मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पर बीते जून में गए थे.अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर की वापसी अधर में लटक गई है.

उन्होंने जोड़ा कि 'अंतरिक्ष यात्रियों को ये सुनिश्चित करने के लिए ऐसी ट्रेनिंग दी गई थी कि किसी भी मिशन में आने वाली चुनौतियों के लिए वे मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रहें.'उनके अनुसार, "मानव युक्त अंतरिक्ष यान अपने आप में जोख़िम भरा होता है और एक अंतरिक्षयात्री के रूप में यह हमारे काम का हिस्सा होता है."

उनकी वापसी का एक विकल्प ये भी है कि इस साल के अंतिम तिमाही में वहां जाने वाले स्पेसएक्स अंतरिक्ष यान का इस्तेमाल किया जाए. इस पर नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री बॉवरसॉक्स का कहना था कि 'दो लोगों के लिए अभी भी यह इस्तेमाल किया जा सकता है.' अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन 2031 में रिटायर होने वाला है. यह फ़ुटबॉल के एक मैदान के बराबर बड़ा है और 400 टन भारी है.अधिकारियों का कहना है कि अंतरिक्ष यात्रियों का स्पेससूट आपस में बदला नहीं जा सकता.

बोइंग ने लगातार कहा है कि उसे पूरा भरोसा है कि स्टारलाइनर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर सुरक्षित वापस आ सकता है. अभी तक स्पेस एक्स ने अंतरिक्ष में मानव युक्त नौ उड़ानों को अंजाम दिया है लेकिन बोइंग का यह पहला मानव युक्त मिशन है. दूसरी कोशिश 2022 में की गई, लेकिन यान में फिर से कुछ थ्रस्टरों और यान के कूलिंग सिस्टम में दिक्कतें आईं.

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