अंतिम संस्कार का ये बड़ा अजीब रिवाज है! यहां लोग शव की राख का पीते हैं सूप, आखिर क्यों निभाई जाती है ये परंपरा?

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अंतिम संस्कार का ये बड़ा अजीब रिवाज है! यहां लोग शव की राख का पीते हैं सूप, आखिर क्यों निभाई जाती है ये परंपरा?
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Yanomami Tribe: दुनिया के हर देश में अलग-अलग परंपराएं होती हैं. खासतौर पर जो अलग-अलग जनजातियां होती हैं, उनके रीति-रिवाज और परंपराएं बहुत अजीब होते हैं, जिनके बारे में सुनकर आम इंसान हैरान रह जाए. आज हम आपको एक ऐसी ही परंपरा के बारे में बता रहे हैं...

अंतिम संस्कार का ये बड़ा अजीब रिवाज है! यहां लोग शव की राख का पीते हैं सूप, आखिर क्यों निभाई जाती है ये परंपरा?

यह धरती बहुत बड़ी है, यहां के हर हिस्से में एक अलग दुनिया बसती है. हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं, जहां अभी भी बहुत सारी संस्कृतियों, धर्मों, जनजातियों और रीति-रिवाजों के बारे में जानना बाकी है. हालांकि, हर चीज को पसंद करना लगभग असंभव है, क्योंकि कुछ परंपराएं लोगों को आकर्षक लग सकती हैं, जबकि कुछ तो बेहद विचित्र हैं. फिर भी वे लोगों का ध्यान खींचने के लिहाज से बेहद दिलचस्प हैं. ऐसी ही एक परंपरा है, जिसे साउथ अमेरिका की यानोमामी जनजाति मानती आ रही है.

यानोमामी जनजाति, जिसे यानम या सेनेमा के नाम से भी जाना जाता है, जो वेनेजुएला और ब्राजील के कुछ हिस्सों में पाई जाती हैं. यहां के लोगों के रिवाज वेस्टर्न कल्चर से बिल्कुल नहीं मिलता है. सभ्यता के विकास में यानोमानी जनजाति अब भी बहुत पीछे है. यानोमानी जनजाति में किसी की मौत होने पर शव को पत्तों और दूसरी चीजों से ढक दिया जाता है. फिर 30 से 40 दिन बाद वह शव को जला दिया जाता है.बताया जाता है कि यानोमामी जनजाति के लोग मृतक के शरीर को जलाते हैं और उनके चेहरे को जले हुए शरीर से जमी मैल से रंग देते हैं.

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