नवरात्रि के दौरान मां भंडारी देवी के मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्तजन आते हैं. मां के धाम में पत्थर चढ़ाने की खास मान्यता है. यहां आने वाले भक्त विशेष रूप से मां को पांच पत्थर चढ़ाते हैं. मान्यता है कि पत्थर चढ़ा देने से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है.
मिर्जापुर. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित ऐतिहासिक मां भंडारी देवी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. बड़ी संख्या में भक्त देवी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. विशेषकर नवरात्रि में मां के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लगता है. मां भंडारी देवी को अन्नपूर्णा का स्वरूप माना जाता है, जो भक्तों के जीवन को सुख-समृद्धि से भर देती है. श्रद्धालुओं का कहना है कि यहां दर्शन करने से किसी का भंडार खाली नहीं रहता है, मां हर मनोकामना पूरी करती है.
यह भी भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है. मां भंडारी देवी के गुफा के पास पहले से किसान खेती के लिए अनाज लेकर जाते थे. किसानों का पैदावार होने के बाद वापस गुफा के पास छोड़ जाते थे. हालांकि समय के साथ यह प्रथा समाप्त हो गई, लेकिन मां के प्रति भक्तों की आस्था आज भी है. भक्त गणेश प्रसाद ने लोकल 18 को बताया कि पहाड़ पर स्थित मां भंडारी के दर्शन के लिए कई वर्षों से आ रहे हैं. यहां दर्शन मात्र से ही भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है. मां को अन्नपूर्णा का रूप कहा जाता है.
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