अफ्रीका को क्यों लुभाना चाहता है चीन

इंडिया समाचार समाचार

अफ्रीका को क्यों लुभाना चाहता है चीन
इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें
  • 📰 DW Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 27 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 14%
  • Publisher: 63%

चीन और अमेरिका समेत बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की अफ्रीका में दिलचस्पी के कई कारण हैं. जैसे, प्राकृतिक संसाधनों की भरमार और काम करने की इच्छुक युवा आबादी.

चीन इस सप्ताह राजधानी बीजिंग में हो रहे एक शिखर सम्मेलन में 50 अफ्रीकी देशों की मेजबानी करेगा.चीन इस सप्ताह राजधानी बीजिंग में हो रहे एक शिखर सम्मेलन में 50 अफ्रीकी देशों की मेजबानी करेगा. माना जा रहा है कि चीन-अफ्रीका फोरम में इस बार बीजिंग, अफ्रीकी देशों के सामने बुनियादी ढांचा विकसित करने के अपने मेगा प्रोजेक्ट की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों और सौर ऊर्जा से चलने वाली तकनीक को पेश करेगा.

साल-दर-साल चीन ने अफ्रीकी देशों को अरबों डॉलर के कर्ज और अपने मेगा प्रोजेक्ट बांटे. जानकार ध्यान दिलाते हैं कि इसके बदले चीन ने उनके संसाधनों का इस्तेमाल किया. 2013 में चीन का जोर अफ्रीका में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव राजमार्गों, रेलवे, बंदरगाहों वगैरह के अंतर-महाद्वीपीय बुनियादी ढांचे के विकास पर था.

पिछले एक दशक में अमेरिका और यूरोप ने अफ्रीकी देशों में काफी निवेश किया है. जानकारों के मुताबिक, निवेश बढ़ाने का मतलब संबंधित क्षेत्र में पहुंच बढ़ना भी है. भविष्य में इसकी मदद से वर्चस्व बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

DW Hindi /  🏆 8. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Taiwan: ताइवान के रक्षा क्षेत्र में घुसे चीनी विमान, ताइपे ने कहा- स्थिति के अनुसार जवाबी कार्रवाई करेंगेTaiwan: ताइवान के रक्षा क्षेत्र में घुसे चीनी विमान, ताइपे ने कहा- स्थिति के अनुसार जवाबी कार्रवाई करेंगेऐसा पहली बार नहीं हुआ है, हाल के महीनों में भी चीन ऐसी हरकत कर चुका है। ताइवान के पास चीन ने अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ा दिया है।
और पढो »

रूस-यूक्रेन युद्ध में पीसमेकर के रोल में भारत को देख बेचैन क्यों है चीन?रूस-यूक्रेन युद्ध में पीसमेकर के रोल में भारत को देख बेचैन क्यों है चीन?पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे के ऐलान के बाद से ही वैश्विक स्तर पर हलचल बढ़ी थी. भारतीय प्रधानमंत्री के यूक्रेन दौरे को लेकर देश-दुनिया में जमकर चर्चा हुई. इसे संयोग कहेंगे या कुछ और लेकिन पीएम मोदी के यूक्रेन पहुंचने से दो दिन पहले ही चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने रूस का रुख किया था, जहां उन्होंने बेहद गर्मजोशी से राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की.
और पढो »

AI: तस्करों की मदद से अमेरिकी एआई प्रतिबंधों से बच रहा चीन, एनवीडिया माइक्रोचिप्स की बिक्री रोकना चाहता है USAI: तस्करों की मदद से अमेरिकी एआई प्रतिबंधों से बच रहा चीन, एनवीडिया माइक्रोचिप्स की बिक्री रोकना चाहता है USAI: तस्करों की मदद से अमेरिकी एआई प्रतिबंधों से बच रहा चीन, एनवीडिया माइक्रोचिप्स की बिक्री रोकना चाहता है US AI sanctions US wants to stop Nvidia microchips from reaching China
और पढो »

क्या है ग्रीन हाइड्रोजन...भारत को जिसका हब बनना चाहता है PM मोदी?क्या है ग्रीन हाइड्रोजन...भारत को जिसका हब बनना चाहता है PM मोदी?PM Narendra Modi ने स्वतंत्रता दिवस पर एक बार फिर ग्रीन हाइड्रोजन की बात की. इसकी जरूरतों के बारे में बताया. कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन के लिए हब बनाना है. ग्रीन जोन बनाना है. ताकि देश रिन्यूएबल ऊर्जा के रास्ते पर स्वतंत्र हो सके. जीवाश्म ईंधन यानी पेट्रोल, डीजल और कोयले की गुलामी से मुक्ति मिल सके.
और पढो »

Janmashtami 2024: इस भोग के बिना अधूरी है जन्माष्टमी, जानिए कान्हा को मक्खन चढ़ाने का महत्वJanmashtami 2024: इस भोग के बिना अधूरी है जन्माष्टमी, जानिए कान्हा को मक्खन चढ़ाने का महत्वइस जन्माष्टमी 2024 पर जानें कि भगवान कृष्ण को मक्खन से इतना गहरा लगाव क्यों है और इस विशेष दिन पर सफेद मक्खन चढ़ाने का क्या महत्व है.
और पढो »

दुनिया की नजरों में खराब होते हैं ये पेरेंट्स, बच्‍चे की जिंदगी में मचा देते हैं खलबलीदुनिया की नजरों में खराब होते हैं ये पेरेंट्स, बच्‍चे की जिंदगी में मचा देते हैं खलबलीजानिए आल्‍मंड पेरेंटिंग क्‍या है और मां-बाप को अपने बच्‍चों की परवरिश में इस तरह के पेरेंटिंग स्‍टादल को क्‍यों शामिल नहीं करना चाहिए या इसके क्‍या नुकसान होते हैं?
और पढो »



Render Time: 2025-02-13 11:42:55