अमेरिका की ओर से जानकारी दी गई है कि अलास्का वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में सक्रिय दो रूसी TU-95 और दो PRC H-6 सैन्य विमानों को ट्रैक किया गया। अमेरिका और कनाडा के लड़ाकू विमानों ने इनको रोका। यह रूस और चीन के बीच साीझेदारी का एक महत्वपूर्ण विकास है।
वॉशिंगटन: चीन के H-6 सीरीज के एयरक्राफ्ट और रूस के Tu-95 बियर बमवर्षक विमानों ने बुधवार को अलास्का के पास इंटरनेशनल एयरस्पेस में उड़ान भरी है। अमेरिकी विमानों ने इन्हें ट्रैक किया और वापस जाने पर मजबूर किया। यह पहली बार है जब किसी भी तरह के चीनी H-6 विमानों ने इस एयरस्पेस में उड़ान भरी है। माना गया है कि इन विमानों ने रूस के ठिकानों से उड़ान भरी थी। यह चीन की बढ़ती ताकत और रूस के साथ उसके संबंधों में विकास को दिखाता है। साथ ही ये अमेरिका के साथ कनाडा के लिए भी चिंता को बढ़ाने वाला है।द वारजोन...
अमेरिकी या कनाडा के हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। इसके बावजूद इस क्षेत्र में चीनी H-6 की उपस्थिति बड़ी घटना है। ये तब और भी ध्यान खींचता है जब चीनी जेट के साथ रूसी Tu-95 भी उड़ान भर रहे हों। H-6 आमतौर पर मिसाइल वाहक होते हैं। ऐसे में अलास्का के तट के पास उनकी उड़ान चीनी सेना की अमेरिका को सीधे खतरे में डालने की नई क्षमता को प्रदर्शित करती है। यह पहली बार नहीं है जब रूसी और चीनी Tu-95 और H-6 ने एक साथ लंबी दूरी की उड़ानें भरी हैं। ऐसा कहा जा रहा है, यह दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण सैन्य...
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