अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार अभी 200 अरब डॉलर के आसपास है इसे 2030 तक दोनों देश 500 अरब डॉलर तक ले जाएंगे। यह बड़ा लक्ष्य है। दोनों देश 2025 में ही मल्टी प्रोडक्ट द्विपक्षीय ट्रेड एग्रीमेंट करेंगे। यह सीमित प्रेफरेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट की तरह होगा जिसमें भारत से कुछ वस्तुओं के आयात पर अमेरिका ड्यूटी कम करेगा और अमेरिका से कुछ वस्तुओं के आयात...
एस.के.
सिंह, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात में हुए समझौते से रक्षा, ऊर्जा और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में अमेरिका से आयात तो बढ़ेगा, लेकिन इसके साथ भारत के लिए अमेरिका को इलेक्ट्रॉनिक्स समेत अनेक वस्तुओं का निर्यात बढ़ाने का रास्ता भी खुला है। दोनों देश एक दूसरे के कुछ प्रोडक्ट को द्विपक्षीय व्यापार समझौते के तहत वरीयता दे सकते हैं। यानी कुछ आइटम पर भारत ड्यूटी कम करेगा तो कुछ आइटम पर अमेरिका। इसी समझौते के कारण वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार...
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