कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ पूर्णिया के कृषि एक्सपर्ट डॉ. रश्मि प्रियदर्शी ने Local18 को बताया किसानों को खेती करने में सबसे अधिक खर्च बीज और रसायन कीटनाशी पर खर्च होता है और रसायन भी दिनों दिन महंगा हो रहा है, जिस कारण खेती महंगी हो रही हैं. ऐसे किसान को प्राकृतिक खेती का प्रयास करना चाहिए.
केवीके के एक्सपर्ट डॉ रश्मि प्रियदर्शी ने कहा प्राकृतिक खेती कृषि जगत की बहुत पुरानी पद्धति है. जिस समय हरित क्रांति 1965 आई थी, उस समय से किसान भाई अपने उत्पादन की उपज को बढ़ाने के लिए रसायन पर पूरी तरह निर्भर हो गए और तब से लेकर आज तक किसान रासायनिक प्रयोग से ही अपनी खेती की उपज बढ़ाते आ रहे हैं. उन्होंने कहा खेती के इस पद्धति में रसायन उर्वरक और कीटनाशी प्रयोग नहीं किया जाता है.
डॉक्टर रश्मि प्रियदर्शी ने बताया प्राकृतिक खेती में मुख्य तौर पर जीवामृत, घनजीवामृत, एवं बिजामृत के साथ निम्स्टा एवं ब्रह्मास्त्र गोमूत्र, देसी गोबर, नीम पेस्ट, चुना, बेसन, आक, सहित अन्य घरेलू चीजों के प्रयोग से कीटनाशक दवाई एवं मिट्टी में मिलने वाले उर्वरा बनी रहे इसके लिए पूरी तरह प्राकृतिक चीजों का ही इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि इसको बनाना भी बहुत आसान है आप अगर बनाना चाहते है तो इस वीडियो के अंत तक बनें रहे. पूरी जानकारी मिलेगी.
How To Do Natural Farming Benefits Of Natural Farming Farmers Benefit From Natural Farming
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
सेहत स्वाद और मुनाफा कम लागत में ज्यादा फायदा, प्राकृतिक खेती से ही संभव, जानें कैसे करें इसकी खेतीकृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ पूर्णिया के कृषि एक्सपर्ट डॉ रश्मि प्रियदर्शी ने बताया कि किसानों को खेती करने मे सबसे अधिक खर्च बीज और रसायन कीटनाशी पर खर्च होता है और रसायन भी दिनों दिन महंगा हो रहा है जिस कारण खेती महंगी हो रही हैं. ऐसे किसान को प्राकृतिक खेती का प्रयास करना चाहिए. जिसमें शून्य लागत और ज्यादा मुनाफा होगा देखें वीडियो...
और पढो »
इस तरबूज की खेती 3 महीने में बना देगी लखपति, कम लागत में ज्यादा मुनाफाकिसान सत्येंद्र कुमार बताते हैं कि वह तरबूज की खेती पिछले 8 वर्षों से करते आ रहे हैं. दूसरी फसलों की अपेक्षा इसमें मेहनत और लागत भी कम आती है, तो दूसरी ओर खेत में ही इसकी बिक्री हो जाती है. ऐसे में उनको कोई भी विशेष मशक्कत नहीं करनी पड़ती है.
और पढो »
कम जमीन में किसान इस तरीके से करें खेती, बंपर होगी पैदावार, मोटा कमाएंगे मुनाफाकृषि वैज्ञानिक डॉ दीपक मेहंदी रत्ता ने बताया कि खेती की जब बात आती है, तो लोग सोचते हैं कि अपने खाने पीने के लिए अनाज का उत्पादन करना या दलहन का उत्पादन करना चाहते हैं. लेकिन जहां तक छोटे किसान की बात है, तो जिसके पास में 2 बीघा या आधा एकड़ जमीन ही हो.
और पढो »
किसान करें इन फसलों की खेती, कम लागत में मिलेगा छप्परफाड़ मुनाफा, बन जाएंगे मालामालपहली बरसात से शुरू होने वाली ये फसल लगभग सौ दिनों में तैयार हो जाती है. हम बात कर रहे हैं पांच छोटे अनाज की, जिनकी खेती कर किसान मालामाल बन सकते हैं.
और पढो »
जून में करें हरी मिर्च की इन 5 किस्मों की खेती...उत्पादन देख उड़ जाएंगे होश! 60 दिनों में होंगे मालामालगर्मियों के मौसम में अगर किसान हरी मिर्च की खेती करें तो कम दिनों में किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है. हरी मिर्च रबी में सितंबर से अक्टूबर महीने तक इसकी खेती होती है. खरीफ की फसल के लिए मई और जून का महीना इसके लिए बेहद ही मुफीद माना जाता है. हरी मिर्च की खेती के लिए पांच ऐसी किस्म जो आपको कम लागत में अच्छा मुनाफा देंगी.
और पढो »
इस आसान रेसिपी से घर बैठे बनाए टेस्टी और हेल्दी Mango Smoothie, स्वाद में है लाजवाबइस आसान रेसिपी से घर बैठे बनाए टेस्टी और हेल्दी Mango Smoothie, स्वाद में है लाजवाब
और पढो »