उत्तराखंड हत्या मामले में नाबालिग को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा किया

क्राइम समाचार

उत्तराखंड हत्या मामले में नाबालिग को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा किया
SUPREME COURTDEATH PENALTYMINOR
  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 70 sec. here
  • 8 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 48%
  • Publisher: 51%

उत्तराखंड की एक अदालत ने 23 साल पहले एक नाबालिग को हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उसे रिहा कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि अदालतों ने उस नाबालिग के साथ अन्याय किया।

उत्तराखंड की एक अदालत ने 23 साल पहले एक नाबालिग को हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उसे रिहा कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि अदालतों ने उस नाबालिग के साथ अन्याय किया। सबूतों से साफ था कि अपराध के समय उसकी उम्र सिर्फ 14 साल थी, लेकिन अदालतों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और उसकी सजा बरकरार रखी। जस्टिस एमएम सुंदरेश की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि अदालतों की गलती की वजह से वो कैदी सजा भुगत रहा था। उसे समाज में वापस आने का मौका नहीं मिला। न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश और

न्यायमूर्ति अरविंद कुमार की पीठ ने कहा कि दोषी ओम प्रकाश उर्फ राजू सजा सुनाए जाने के समय निचली अदालत में अपने नाबालिग होने का दावा किया था, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम केवल यह कहेंगे कि यह एक ऐसा मामला है, जिसमें अपीलकर्ता अदालतों द्वारा की गई गलती के कारण पीड़ित है। हमें बताया गया है कि जेल में उसका आचरण सामान्य है और उसके खिलाफ कोई प्रतिकूल रिपोर्ट नहीं है। उसने समाज में फिर से घुलने-मिलने का अवसर खो दिया। उसने जो समय बिना किसी गलती के गंवाया है, उसे कभी वापस नहीं लाया जा सकता। उच्चतम न्यायालय ने याचिका को स्वीकार करते हुए याचिकाकर्ता को रिहा करने का आदेश दिया लेकिन साथ ही कहा कि उसकी दोषसिद्धि बरकरार रहेगी। दोषी को हत्या के लिए पहले मौत की सजा सुनाई गई थी और उच्चतम न्यायालय ने भी उसकी सजा बरकरार रखी थी। इसके बाद उसने राष्ट्रपति से क्षमादान की अपील की और आठ मई, 2012 को उसे उस समय आंशिक राहत मिली उसके मृत्युदंड को आजीवन कारावास में बदल दिया गया।सुप्रीम कोर्ट में उसकी अपील पर वरिष्ठ वकील एस मुरलीधर ने बहस की। उन्होंने बताया कि हर स्तर पर कैदी के साथ अन्याय हुआ, जो निचली अदालत, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से कहता रहा कि अपराध के समय वह नाबालिग था। साल 2001 में निचली अदालत ने उसे दोषी ठहराया और उसकी नाबालिग होने की दलील खारिज कर दी। अदालत ने उसके बैंक चेक बुक और उसके बैंक खाते के आधार पर यह फैसला सुनाया, जिसके मुताबिक अपराध के समय उसकी उम्र 20 साल थी। 2002 में उसकी अपील खारिज होने पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी इसी तथ्य पर जोर दिया

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

NBT Hindi News /  🏆 20. in İN

SUPREME COURT DEATH PENALTY MINOR JUSTICE UTTARAKHAND

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के मामले में 25 साल के कैदी को रिहा कियासुप्रीम कोर्ट ने हत्या के मामले में 25 साल के कैदी को रिहा कियासुप्रीम कोर्ट ने हत्या के मामले में 25 साल जेल काट रहे एक कैदी को रिहा करने का आदेश दिया है. कोर्ट ने पाया कि अपराध के समय वह नाबालिग था.
और पढो »

सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम बापू को अंतरिम जमानत दे दीसुप्रीम कोर्ट ने आसाराम बापू को अंतरिम जमानत दे दीसुप्रीम कोर्ट ने 2013 के बलात्कार मामले में जेल काट रहे स्वयंभू संत आसाराम बापू को मेडिकल आधार पर अंतरिम जमानत दे दी है। उन्हें 31 मार्च तक रिहा किया जाएगा।
और पढो »

सुप्रिम कोर्ट ने राम रहीम को नोटिस जारी कियासुप्रिम कोर्ट ने राम रहीम को नोटिस जारी किया2002 में डेरा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को नोटिस जारी किया है.
और पढो »

सुप्रीम कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को हत्या मामले में नोटिस जारी कियासुप्रीम कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को हत्या मामले में नोटिस जारी कियासुप्रीम कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 2002 में की गई रणजीत सिंह हत्या मामले में नोटिस जारी किया है. सीबीआई ने राम रहीम की बेल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कराई थी.
और पढो »

आसाराम रेप केस में जमानत, जानें गिरफ्तारी का रोमांचक किस्साआसाराम रेप केस में जमानत, जानें गिरफ्तारी का रोमांचक किस्साआसाराम को रेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। जानें कैसे आईपीएस अजय पाल लांबा ने आसाराम को गिरफ्तार किया था।
और पढो »

कृष्ण जन्मस्थान-शाही ईदगाह केस में SC में सुनवाई: इलाहाबाद हाईकोर्ट से मथुरा कोर्ट में केस ट्रांसफर करने की...कृष्ण जन्मस्थान-शाही ईदगाह केस में SC में सुनवाई: इलाहाबाद हाईकोर्ट से मथुरा कोर्ट में केस ट्रांसफर करने की...श्रीकृष्ण जन्मस्थान शाही ईदगाह मामले में आज गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
और पढो »



Render Time: 2025-02-13 14:47:26