सुल्तानपुर के ऋतुराज द्विवेदी ने कड़ी मेहनत से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक के रूप में चयन प्राप्त किया है.
कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत ऋतुराज द्विवेदी का चयन भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में हुआ है. वो अब वैज्ञानिक बनकर सुल्तानपुर का नाम पूरे देश में रोशन करेंगे. ऋतुराज द्विवेदी के पिता श्री चंद्र द्विवेदी ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि वो बचपन से ही पढ़ने में होनहार छात्र रहा है. पढ़ाई में उसकी काफी गहरी रुचि रही है. आपको बता दें कि ऋतुराज की प्रारंभिक शिक्षा कादीपुर में और इंटर तक की पढ़ाई नवोदय विद्यालय गौरीगंज में हुई. इसके बाद लखनऊ में बीबीडी से बी.टेक.
और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एमए.टेक. की डिग्री हासिल की. आपको बता दें कि ऋतुराज द्विवेदी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एम.टेक. में गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुके हैं. एम.टेक. में पढ़ाई के दौरान ही उनका कैंपस सिलेक्शन एक अमेरिकन कंपनी में बतौर इंजीनियर के रूप में हो गया. पढ़ाई में होनहार छात्र ऋतुराज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में भी साक्षात्कार दे चुके हैं. सुल्तानपुर के गोपालपुर नमाजगढ गांव के रहने वाले ऋतुराज द्विवेदी के पिता श्री चंद्र द्विवेदी नेशनल इंटर कॉलेज कादीपुर में प्रवक्ता के रूप में शिक्षा की अलग जगह रहे हैं. वहीं ऋतुराज की माता घर संभाल रही है. उनके पिता ने बताया कि ऋतुराज पढ़ाई के साथ-साथ परिवार और समाज में भी व्यवहार कुशल रहा है. यही वजह रही है कि वैज्ञानिक के रूप में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में चयन होने के बाद परिवार और गांव वालों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. ऋतुराज को बचपन से ही शिक्षा के माहौल में रहने का अवसर मिला क्योंकि 26 वर्षीय ऋतुराज कुल तीन भाई हैं जिसमें इनके बड़े भाई भी आईआईटी से डिग्री प्राप्त कर चुके हैं और छोटा भाई बैचलर ऑफ साइंस के साथ पढ़ाई कर रहा है. इसके अलावा उनके पिताजी खुद प्रवक्ता के रूप में बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं
ऋतुराज द्विवेदी भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र वैज्ञानिक सुल्तानपुर प्रगति
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