कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी से प्रतिबंध हटाएगी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना ने किया था बैन

Jamaat E Islami Bangladesh समाचार

कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी से प्रतिबंध हटाएगी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना ने किया था बैन
Bangladesh NewsMuhammad YunusJamaat E Islami Ban
  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 9 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 38%
  • Publisher: 51%

जमात के बारे में माना जाता है कि उसे लगातार पाकिस्तान से समर्थन मिलता रहा है। पाकिस्तान ने हसीना के खिलाफ जमात और उसके छात्र विंग के आंदोलन को वित्त पोषित किया है। एक्सपर्ट की मानें तो पाकिस्तान का मसकद बांग्लादेश में बीएनपी और जमात की सरकार को लाना...

ढाका: बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार जमात-ए-इस्लामी पर से प्रतिबंध हटाने जा रही है। इस संबंध में मंगलवार को ऐलान किया जा सकता है। शेख हसीना की सरकार को हटाने में जमात की अहम भूमिका रही है, जिसका इनाम नई सरकार इस कट्टरपंथी संगठन को देने जा रही है। जमात-ए-इस्लामी पर इसी महीने शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार ने छात्रों के प्रदर्शनों के दौरान हिंसा फैलाने के लिए 1 अगस्त को बैन लगाया था। हसीना सरकार ने छात्र विरोध प्रदर्शन को हाईजैक कर हिंसक बनाने के लिए कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी और उसके...

होने के नाते जमात-ए-इस्लामी को भी आमंत्रित किया गया था। इसके बाद जमात ने अंतरिम सरकार की सलाहकार परिषद के गठन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि जमात पर बैन गलत था और इसे वापस लिया ही जाना चाहिए। पाकिस्तान समर्थक मानी जाती है जमातजमात एक इस्लामवादी और पाकिस्तान समर्थक संगठन माना जाता है। जमात का हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का भी एक लंबा इतिहास रहा है। हसीना के सत्ता से हटने के बाद से देश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा देखी गई है। इसमें जमात के लोगों का नाम सामने आया है। जमात के लोगों ने...

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

NBT Hindi News /  🏆 20. in İN

Bangladesh News Muhammad Yunus Jamaat E Islami Ban बांग्लादेश समाचार मुहम्मद यूनुस जमात ए इस्लामी प्रतिबंध जमात ए इस्लामी बांग्लादेश

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

मुहम्मद यूनुस की कहानी: रुसी महिला से पहला निकाह, नेल्सन मंडेला के साथ काम किया, मिलावटी दही बनाने के आरोपमुहम्मद यूनुस की कहानी: रुसी महिला से पहला निकाह, नेल्सन मंडेला के साथ काम किया, मिलावटी दही बनाने के आरोपMuhammad Yunus: मोहम्मद यूनुस को 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यूनुस बांग्लादेश के संस्थापक और शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर्रहमान के प्रशंसक रहे हैं।
और पढो »

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट किया रद्दबांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट किया रद्दबांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट किया रद्द
और पढो »

बांग्लादेश को 'जलाया', हिंदुओं को बनाती रही है निशाना, जानिए क्या है जमात-ए-इस्लामी?बांग्लादेश को 'जलाया', हिंदुओं को बनाती रही है निशाना, जानिए क्या है जमात-ए-इस्लामी?Jamaat-E-Islami: जमात-ए-इस्लामी बांग्‍लादेश की एक कट्टरपंथी पार्टी है, जिस पर कुछ दिनों पहले शेख हसीना सरकार ने बैन लगा दिया था. शेख हसीना के सत्‍ता छोड़ने के बाद, बांग्‍लादेश की नई सरकार में अब जमात-ए-इस्‍लामी की भी अहम भूमिका हो सकती है.
और पढो »

बांग्लादेश को 'जलाया', हिंदुओं को बनाती रही है निशाना, जानिए क्या है जमात-ए-इस्लामी?बांग्लादेश को 'जलाया', हिंदुओं को बनाती रही है निशाना, जानिए क्या है जमात-ए-इस्लामी?Jamaat-E-Islami: जमात-ए-इस्लामी बांग्‍लादेश की एक कट्टरपंथी पार्टी है, जिस पर कुछ दिनों पहले शेख हसीना सरकार ने बैन लगा दिया था. शेख हसीना के सत्‍ता छोड़ने के बाद, बांग्‍लादेश की नई सरकार में अब जमात-ए-इस्‍लामी की भी अहम भूमिका हो सकती है.
और पढो »

'बांग्लादेश के हालात के पीछे अमेरिका और पाकिस्तान का हाथ', मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने जताई चिंता'बांग्लादेश के हालात के पीछे अमेरिका और पाकिस्तान का हाथ', मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने जताई चिंताशहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, “शेख हसीना ने सुन्नी सूफी विचारधारा पर चलकर बांग्लादेश का कायाकल्प किया। उन्होंने भारत सरकार के साथ मिलकर बांग्लादेश को तरक्की की ऊंचाइयों पर पहुंचाया।'
और पढो »

Sheikh Hasina: शेख हसीना को जमात-ए-इस्लामी पर बैन लगाना पड़ा भारी? पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन, अमेरिका है समर्थकSheikh Hasina: शेख हसीना को जमात-ए-इस्लामी पर बैन लगाना पड़ा भारी? पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन, अमेरिका है समर्थकशेख हसीना को जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश पर प्रतिबंध लगाना भारी पड़ गया है। ऐसे आरोप हैं कि जमात के लोगों ने छात्रों के आंदोलन को हिंसक बनाया और ऐसा कर दिया, जिससे शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। जमात-ए-इस्लामी का संबंध पाकिस्तान से है। उसने बांग्लादेश की स्थापना का विरोध किया...
और पढो »



Render Time: 2025-02-13 21:57:31