अररिया. परवल की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकती है. बशर्ते सही समय और तकनीकों का पालन किया जाए. कृषि एक्सपर्ट्स के अनुसार, परवल की खेती के लिए सबसे अच्छा समय मार्च और जून से अगस्त तक का होता है. सितंबर तक भी इसकी खेती की जा सकती है. इन महीनों में मौसम और मिट्टी की स्थिति परवल के विकास के लिए आदर्श होती है.
मोहम्मद सज्जाद की मानें तो, परवल की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. मिट्टी की तैयारी के लिए खेत की गहरी जुताई करके उसमें अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाना चाहिए. इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और परवल के पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं. बीज की बुवाई के लिए पंक्तियों के बीच 1.5 से 2 मीटर और पौधों के बीच 50 से 60 सेंटीमीटर की दूरी रखनी चाहिए. बीजों को 2-3 सेंटीमीटर गहराई पर बोना चाहिए.
बुवाई के बाद, हल्की सिंचाई करें ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे और बीज अच्छे से अंकुरित हो सके.परवल की खेती के लिए नियमित और नियंत्रित सिंचाई आवश्यक है. पहली सिंचाई बुवाई के तुरंत बाद करनी चाहिए और उसके बाद नियमित अंतराल पर पानी देते रहना चाहिए. ध्यान रखें कि सिंचाई करते समय जलभराव न हो, क्योंकि इससे जड़ सड़न और फफूंद जनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है. अररिया के किसान सज्जाद ने बताया की आधे बीघे में की पलवल की खेती में 50 हजार रुपया कमा रहे महीने में कमाई कर रहै है.
इस तरह से खेत करें तैयार एक एकड़ में कमा सकते हैं 2 से 3 लाख रुपए परवल की खेती परवल की खेती कैसे करें Cultivate Parwal In September Prepare The Field In This Way You Can Earn 2 To 3 Lakh Rupees In One Acre Cultivation Of Parwal How To Cultivate Parwal
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