कलयुग में इस जगह पर अवतरित हुए थे बजरंगबली, आज भी हैं विराजमान, जानें मान्यता

Why Did Hanuman Ji Incarnate In Kalyug समाचार

कलयुग में इस जगह पर अवतरित हुए थे बजरंगबली, आज भी हैं विराजमान, जानें मान्यता
Where Did Hanuman Ji Appear In KalyugBelief Of Tota Mukhi TempleWhere Did Hanuman Ji Appear In Chitrakoot
  • 📰 News18 India
  • ⏱ Reading Time:
  • 25 sec. here
  • 9 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 37%
  • Publisher: 51%

Chitrakoot Tota mukhi hanuman mandir : तोता मुखी हनुमान मंदिर के पुजारी मोहित दास ने बताया की बजरंगबली ने प्रभु श्रीराम के आदेश के बाद तुलसीदास जी को प्रभु श्री राम के दर्शन करवाने के लिए चित्रकूट में तोते के रूप में अवतरित हए.और जब से वह चित्रकूट में तोते के रूप में विराजमान हो गए.

विकाश कुमार/ चित्रकूट: धर्म नगरी चित्रकूट में हनुमान जी की एक विशेष मान्यता है. यहां उन्हें तोते के रूप में पूजा जाता है. मान्यता के अनुसार जब प्रभु श्री राम ने वनवास का समय बिताया, तब हनुमान जी ने चित्रकूट में अवतार लिया. आज भी वे इस नगर की रक्षा कर रहे हैं और भक्त दूर-दूर से तोता मुखी हनुमान जी के दर्शन करने आते हैं. यह स्थान भक्तों के लिए आध्यात्मिक महत्व रखता है, जहां हनुमान जी की उपासना और उनकी शक्ति का अनुभव किया जा सकता है.

इस तरह हनुमान जी की लिखी रामायण समुद्र में डलवा दी गई. तुलसी दास ने फिर से जीवित की हनुमान जी की रामायण मान्यता है कि बाल्मीकि जी कलयुग में तुलसीदास जी के रूप में अवतरित हुए और उन्होंने रामायण का लेखन शुरू किया. इस दौरान भगवान ने तुलसीदास जी को बताया कि आपकी जो रामायण है, वह वास्तव में हनुमान जी द्वारा लिखी गई थी, जिसे पहले वाल्मीकि जी ने समुद्र में डाल दिया था. इस प्रकार यह कथा बताती है कि हनुमान जी की महिमा और उनके कार्य को पुनः जीवित करने का कार्य तुलसीदास जी ने किया है.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

News18 India /  🏆 21. in İN

Where Did Hanuman Ji Appear In Kalyug Belief Of Tota Mukhi Temple Where Did Hanuman Ji Appear In Chitrakoot हनुमान जी ने कलयुग में अवतार क्यों लिया कलयुग में हनुमान जी कहां प्रकट हुए थे तोता मुखी मंदिर की मान्यता चित्रकूट में हनुमान जी कहां प्रकट हुए थे

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Bihar News : सीवान में भारी बवाल, महावीरी अखाड़ा में पुलिस पर हमला; पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायलBihar News : सीवान में भारी बवाल, महावीरी अखाड़ा में पुलिस पर हमला; पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायलBihar : महावीरी अखाड़ा में पुलिस पर हमला हुआ है। इस घटना में आम आदमी सहित कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। घायल लोघों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
और पढो »

चेज करते हुए वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले 5 बल्लेबाज, कोहली संग ये भारतीय भी शामिलचेज करते हुए वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले 5 बल्लेबाज, कोहली संग ये भारतीय भी शामिलआज हम आपको बताने जा रहे हैं उन 5 बल्लेबाजों के बारे में जिन्होंने वनडे में चेज करते हुए सबसे ज्यादा शतक ठोके हैं। इस लिस्ट में 3 भारतीय सूरमा शामिल हैं।
और पढो »

बुंदेलखंड के इस पर्वत पर पत्थर की सिला में विराजमान हैं बजरंग बली, जड़ी है कई खास मान्यताएंबुंदेलखंड के इस पर्वत पर पत्थर की सिला में विराजमान हैं बजरंग बली, जड़ी है कई खास मान्यताएंबुंदेलखंड के बांदा में बने बामेश्वर पर्वत के पास बाम देव ऋषि का मंदिर भी है. वही ऊंची पहाड़ियों में मौजूद पत्थर की सिला में बजरंगबली की तस्वीर बनी है. मान्यता है कि जब प्रभु श्रीबाम देव ऋषि से मिलने आए थे तो उनके पीछे-पीछे बजरंग बली भी यहां पर आए हुए थे और उनकी परछाई ऊपर मौजूद इस पत्थर की सिला में पड़ गई. तब से यहीं विराजमान हो गए.
और पढो »

Photo: अलीगढ़ का गिलहराज मंदिर, जहां गिलहरी के रूप में विराजमान हैं बजरंगबलीPhoto: अलीगढ़ का गिलहराज मंदिर, जहां गिलहरी के रूप में विराजमान हैं बजरंगबलीअलीगढ़.भारत में श्री राम भक्त हनुमान के मंदिर अनेक हैं. जिनकी अपनी–अपनी अलग मान्यताएं और आस्था है. इन मंदिरों में हनुमान जी की विभिन्न रूपों में पूजा की जाती है. लेकिन अलीगढ़ में एक मात्र ऐसा मंदिर है, जो विश्व में प्रसिद्ध है. यहां पर हनुमान जी की गिलहरी के रूप में पूजा की जाती है.
और पढो »

UP: 16 बरस से कानपुर थाने के मालखाने में 'राधारानी' कैद, बिन राधा जन्मदिन अकेले मनाते 'कान्हा'UP: 16 बरस से कानपुर थाने के मालखाने में 'राधारानी' कैद, बिन राधा जन्मदिन अकेले मनाते 'कान्हा'कलयुग में कान्हा को अपनी राधारानी से मिलन का इंतजार है। घाटमपुर के भदरस गांव स्थित ठाकुरद्वारा में कान्हाजी इस बार भी अकेले ही अपना जन्मदिन मनाएंगे।
और पढो »

UP: रिटायरमेंट के करीब... प्रमोशन की मुश्किल दौड़; पीएसी में 50 की उम्र पार कर चुके 90 मुख्य आरक्षी दौड़ेंगेUP: रिटायरमेंट के करीब... प्रमोशन की मुश्किल दौड़; पीएसी में 50 की उम्र पार कर चुके 90 मुख्य आरक्षी दौड़ेंगेपीएसी की 35वीं वाहिनी में मुख्य आरक्षी सुमेर सिंह (बदला हुआ नाम) की सेवानिवृत्ति में तीन महीने शेष हैं। उम्र के इस पड़ाव पर कुछ बीमारियां भी घेर रही हैं।
और पढो »



Render Time: 2025-02-21 03:51:43