शंकराचार्य मंदिर के साथ कई कहानियां और इतिहास जुड़ा हुआ है. यह मंदिर कश्मीर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है. यह ज़बरवान पर्वतमाला पर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है.
Kashmir Diary माना जाता है की शंकर भगवान अक्सर ऊंची पहाड़ियों पर बस्ते हैं. श्रीनगर शहर के बीचों-बीच में भी बसा है, उनका एक निवास स्थान- शंकराचार्य मंदिर. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शंकराचार्य मंदिर श्रीनगर जिले में तख्त-ए-सुलेमान नामक पहाड़ी पर स्थित है. यह पहाड़ी की चोटी पर मुख्य शहर की सतह से 1100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. कश्मीर में शंकराचार्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे कश्मीर घाटी में पूजा के लिए सबसे पुराना मंदिर माना जाता है.
हम धर्म की राजनीति नहीं करते हैं और न ही कभी करेंगे. हम सभी धर्म को साथ लेकर चलते हैं. हमने हमेशा कश्मीरी पंडितों की वापसी की सबसे ज्यादा कोशिश की है.'शंकराचार्य मंदिर का इतिहास  वैसे ये मंदिर न सिर्फ़ धर्म, बल्कि एक आर्किटेक्चरल मार्वल के रूप में भी इसकी अलग ही पहचान है. कुछ बुजुर्गों का कहना है कि यह मंदिर ज्येष्ठेश्वर मंदिर के रूप में भी जाना जाता है.माना ये जाता है कि राजा गोपादत्य ने 371 ईसा पहले में मंदिर को बनाया था, इसे गोपाद्री नाम दिया था.
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