वर्तमान में धान की बेरन तैयार हो गई है और धान की बेरन तैयार करने के बाद अब किसान धान की रोपाई कर रहे हैं . किसानों को धान की रोपाई के बाद कुछ खास बातों का ध्यान रखना है. जिससे वह अपनी फसल की रक्षा कर सकते हैं. इस खास विधि को अपनाने के बाद किसान बंपर पैदावार भी पाएंगे. इसके साथ ही किसानों की फसल में सभी प्रकार के रोग दूर होंगे.
खैरा रोग – धान की फसल में अक्सर खैरा रोग लगता है. इस रोग से किसान की फसल सफेद या फिर पीली हो जाती है. फसल को खराब करने वाली यह बीमारी जिंक की कमी और मिट्टी में नाइट्रोजन और फास्फोरस की कमी से होती है. ऐसे में जिंक और डीएपी का प्रयोग कर इस रोग से निजात पाया जा सकता है. खरपतवार की वृद्धि- किसानों द्वारा धान की रोपाई के बाद फसल में खरपतवार की समस्या ज्यादा आती है. जिससे पैदावार में कमी होती है.
जिससे फसल की ग्रोथ कम होती है और फसल में पैदावार कम होती है. किसानों को सघन फसल से बचना चाहिए. जो भी बेरन अपने खेतों में लगाए वह सघन ना लगे. बल्कि एक से दो मीटर की दूरी पर बेरन लगे. जिससे फसल की ग्रोथ बढ़े और पैदावार बढ़ सके. कृषि रक्षा इकाई अधिकारी डॉक्टर हरिओम मिश्रा बताते हैं कि किसानों को समय-समय पर जनपद स्तरीय किसान कल्याण केंद्र इसके साथ ही ब्लॉक स्तरीय किसान कल्याण केंद्र पर जागरूक किया जाता है. जिससे उनको समस्या ना हो और बंपर पैदावार हो सके.
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