BJP ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 सीटें जीतकर 26 साल बाद सत्ता में वापसी की है। जाट और गुर्जर वोटर्स को समाधान करके और विभिन्न राज्यों से आए वोटर्स पर फोकस करके AAP को 22 सीटों पर ही सीमित कर दिया। इस चुनाव में BJP ने 27 प्रकोष्ठ और 7 मोर्चा बनाए जो विभिन्न जाति, धार्मिक और क्षेत्रीय समूहों को टारगेट करने के लिए काम करते थे।
केजरीवाल से नाराज जाट-गुर्जरों को साधा, RSS ने दिलाए झुग्गियों के वोट‘मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि BJP 46-52 सीटें जीत रही है। ये हम नहीं आम लोग भी कह रहे हैं, मतलब लोग आपदा से मुक्ति पाना चाहते हैं।’दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में दिल्ली की कालकाजी सीट से BJP कैंडिडेट रमेश बिधूड़ी ने दावा किया था। बिधूड़ी भले चुनाव हार गए, लेकिन उनकी बात सही साबित हुई। BJP ने 48 सीटें जीतकर 26 साल बाद सत्ता में वापसी की है। आम आदमी पार्टी को सिर्फ 22 सीटें...
चुनाव में BJP को 2100 उम्मीदवारों ने आवेदन भेजे थे। लिहाजा, पार्टी में कलह कम करने के लिए कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान करने में वक्त लिया गया।पॉलिटिकल एक्सपर्ट सुनील कश्यप के मुताबिक, MCD चुनाव हारने के बाद ही BJP ने विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। वे कहते हैं, ‘MCD चुनाव में BJP ने 250 में से 104 सीटें जीती थी। आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। इसके बाद से ही BJP ने अपनी रणनीति और काम करने के तरीके में बदलाव...
पूरी दिल्ली में 100 से ज्यादा गुरबानी, शिवरात्रि और जागरण कराए गए। इनका मकसद आम लोगों, खासकर युवा और महिलाओं को एक जगह जोड़ना था। इनके जरिए लोगों से मेलजोल बढ़ाया गया।BJP ने चुनाव से पहले न सिर्फ जातिगत वोटर पर फोकस किया, बल्कि दिल्ली और अन्य राज्यों से आए इन वोटरों को अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया। पूर्वांचली और उत्तराखंडी वोटर अलग किए। पूर्वांचल मोर्चा दिल्ली में 2013 से काम कर रहा है। दिल्ली में 25% वोटर पूर्वांचली हैं। आम आदमी पार्टी के बड़े पूर्वांचली लीडर संजय सिंह, दुर्गेश पाठक, अनिल झा और...
जाटों में AAP से इस बात को लेकर नाराजगी है कि उन्होंने कैलाश गहलोत का सम्मान नहीं किया। BJP ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की। चुनाव में BJP ने 14% टिकट जाट और 11% गुर्जर उम्मीदवारों को दिए। वहीं AAP ने 11% जाट और उतने ही टिकट गुर्जर उम्मीदवारों को दिए। इसका 22 से 25 सीटों पर सीधा असर देखने को मिला।OBC मोर्चा के एक पदाधिकारी ने पहचान न बताने की शर्म पर हमें बताया कि BJP ने गुर्जरों के बीच रमेश बिधूड़ी और जाटों के बीच प्रवेश वर्मा को एक्टिव किया। रमेश बिधूड़ी और प्रवेश वर्मा ने चुनाव BJP के पक्ष...
धोबी कम्युनिटी के बीच मालिकाना हक के अलावा धोबी घाट का कॉमर्शियलाइजेशन चुनावी मुद्दा रहा। महंगाई, बिजली और पानी के कॉमर्शियल बिल से परेशान धोबी कम्युनिटी भी AAP सरकार से नाराज रही, लिहाजा उसका वोट बंटना तय था। वहीं, BJP ने OBC कम्युनिटी में सुनार, कुर्मी, लोहार, राजभर, नाई और पाल को टारगेट किया। उनके साथ मीटिंग की गईं।झुग्गियों के 15 लाख वोटर्स को साधने के लिए BJP ने झुग्गी-झोपड़ी अभियान शुरू किया। इसे दिल्ली BJP के उपाध्यक्ष विष्णु मित्तल ने लीड किया। इसके तहत हर मंगलवार शाम 7 बजे बस्ती में...
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