अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने पहले उसी पुल (फ्लाईओवर) को पार किया था, जहां प्रधानमंत्री लंबे समय से फंसे हुए थे और तब तो वहां कोई नाकाबंदी नहीं थी. 5 जनवरी को फिरोजपुर में प्रधानमंत्री की रैली को सुरक्षा चूक के कारण रद्द करना पड़ा था, क्योंकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक मार्ग को अवरुद्ध कर दिया और उनके काफिले को एक फ्लाईओवर पर लगभग 20 मिनट बिताना पड़ा.
चन्नी को माफी मांगनी चाहिए थी
अमरिंदर सिंह ने कहा, जाहिर तौर पर चन्नी सरकार ने पुलिस को निर्देश दिया था कि बीजेपी की बसों को मौके पर पहुंचने से रोक रहे किसानों को नहीं हटाया जाए. इस घटना को एक बड़ी सुरक्षा चूक बताते हुए, जिसका सामना किसी भी संवैधानिक प्रमुख को नहीं करना चाहिए और जो आसानी से अंतरराष्ट्रीय सीमा से निकटता को देखते हुए प्रधानमंत्री के जीवन के लिए खतरा बन सकता था. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चन्नी को कड़ा रुख अख्तियार करने के बजाय स्पष्ट रूप से माफी मांगनी चाहिए थी.