क्या भारत का कोरोना से रिकवरी रेट वाकई है उम्मीद की किरण?

इंडिया समाचार समाचार

क्या भारत का कोरोना से रिकवरी रेट वाकई है उम्मीद की किरण?
इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें
  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 71 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 32%
  • Publisher: 63%

भारत में पहली बार 10 जून को Covid-19 रिकवरी ने सक्रिय केसों की संख्या को पीछे छोड़ा. आजतक ने इस महीने के शुरू में ऐसी ही संभावना जताई थी. अभी तक भारत के कुल केसों में से आधे रिकवर हो चुके हैं.

जिन 213 देशों और क्षेत्रों का डेटा उपलब्ध है, उनमें से अब 157 में रिकवरी के आंकड़ों ने सक्रिय केसों की संख्या को पीछे छोड़ दिया है. इस हफ्ते के शुरू में न्यूजीलैंड ऐसा पहला अहम देश बना जहां कोई नया या सक्रिय केस रिपोर्ट नहीं हो रहा. दस सर्वाधिक बोझ वाले देशों में अब भी अमेरिका में सक्रिय केसों और रिकवर्ड की संख्या में सबसे बड़ा करीब 8 लाख का अंतर है

भारत में अब 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी की संख्या ने सक्रिय केसों को पीछे छोड़ दिया है. इनमें ऊंचे बोझ वाले गुजरात और तमिलनाडु शामिल हैं. गुजरात में 14,000 से अधिक रिकवरी की तुलना में 5,000 से अधिक सक्रिय केस हैं. तमिलनाडु ने 19,000 से अधिक रिकवरी और 17,000 से अधिक सक्रिय केस रिपोर्ट किए हैं.हालांकि, ऊंचे बोझ वाले राज्यों में महाराष्ट्र और दिल्ली को इस मील के पत्थर तक पहुंचना बाकी है. दिल्ली में अभी भी हर रिकवरी के लिए 1.6 सक्रिय केस हैं.

जिनका डेटा उपलब्ध है, 717 जिलों में 382 में रिकवरी की संख्या अब सक्रिय केसों से ज्यादा हो गई है. रिकवर्ड और सक्रिय केसों में सबसे बड़ा अंतर जहां है, उनमें अहमदाबाद सबसे ऊपर है. यहां सक्रिय केसों की तुलना में 7,000 अधिक रिकवरी हैं. अहमदाबाद के बाद पुणे, जयपुर, इंदौर और जोधपुर का नंबर आता है.हालांकि जो आंकड़े नहीं बताते वो ये है कि आज रिपोर्ट हुई रिकवरी उन केसों की हैं जो कम से कम 10 दिन पहले खोजे गए थे. कुल मिलाकर अब भी हर दिन के नए केसों का आंकड़ा हर दिन होने वाली रिकवरी से कहीं ऊपर है.

जबकि रिकवरी की दर सभी जगह बढ़ रही है लेकिन इसका मतलब रास्ता सीधा नहीं है. राज्यों की रिपोर्ट अचानक बढ़ जाती है और गिर जाती है. और कुछ राज्यों नें कई शिखर दिखाए जैसे कि केरल. बीते हफ्ते सबसे खराब स्थिति वाले दो राज्यों, दिल्ली और तमिलनाडु, ने अपनी रिकवरी दर में गिरावट दर्ज की.अपने आप में, भारत में रिकवरी के आंकड़ों का सक्रिय केसों की संख्या को पार करना पर्याप्त पॉजिटिव सूचकांक नहीं है, जब तक कि नए केस बढ़ना जारी रहते हैं.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

AajTak /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

कोरोना से मौतों के मामले में एशिया में भारत का पहला नंबर, ईरान को छोड़ा पीछेकोरोना से मौतों के मामले में एशिया में भारत का पहला नंबर, ईरान को छोड़ा पीछेCoronavirus Covid-19 Tracker India State-wise News Live Updates, Corona Virus Cases in India Today Update: भारत में फिलहाल रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ा है, अब देश में संक्रमितों से ज्यादा कोरोना से लड़ाई जीत चुके मरीजों की है।
और पढो »

कोरोना: दिल्ली के अस्पतालों में 60% बेड फुल, जानें किस हॉस्पिटल में क्या हैं हालातकोरोना: दिल्ली के अस्पतालों में 60% बेड फुल, जानें किस हॉस्पिटल में क्या हैं हालातदिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में सरकार के सामने अस्पतालों में व्यवस्था करने का संकट है. बेड और वेंटिलेटर तेजी से भर रहे हैं.
और पढो »

कोरोना टेस्टिंग के मामले में दिल्ली को फटकार, जानें मुंबई के मुकाबले क्या हैं हालात?कोरोना टेस्टिंग के मामले में दिल्ली को फटकार, जानें मुंबई के मुकाबले क्या हैं हालात?दिल्ली में लगातार कम होती टेस्टिंग की संख्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है. इस बीच मुंबई से दिल्ली की तुलना की जा रही है.
और पढो »

कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को क्या आगे आ सकती है दिक्कत?कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को क्या आगे आ सकती है दिक्कत?
और पढो »

राहुल ने उछाला भारत-अमेरिका में असहिष्णुता का सवाल, निकोलस बर्न्स दी चीन का उदाहरणराहुल ने उछाला भारत-अमेरिका में असहिष्णुता का सवाल, निकोलस बर्न्स दी चीन का उदाहरणIndia News: कोरोना वायरस का दुनिया पर क्या असर पड़ रहा है इसपर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अमेरिकी एक्सपर्ट से बात की। पूर्व अमेरिकी राजदूत और हॉवर्ड स्कूल के प्रफेसर निकोलस बर्न्स से बात की।
और पढो »

जगदीप धनखड़ बोले- भारत जैसे देश में शवों के साथ ऐसा कृत्य, हम क्या मुंह दिखाएंगेजगदीप धनखड़ बोले- भारत जैसे देश में शवों के साथ ऐसा कृत्य, हम क्या मुंह दिखाएंगेराज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि ये घटना 10 तारीख को मेरी जानकारी में आई. मैं सोच नहीं सकता था कि भारत जैसे देश में शव के साथ ऐसा कृत्य किया जा सकता है.
और पढो »



Render Time: 2025-02-24 22:13:59