पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर वोटर कार्ड में ऑनलाइन वोटर रजिस्टर कराकर बिहारी लोगों के नाम डाले जाने का आरोप लगाया है। यह आरोप लगाते हुए कि दिल्ली में हुए चुनावों में वोटों का सत्यापन नहीं हुआ था और नए वोटरों का दावा किया गया था, ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में ऐसा होने नहीं देंगे। क्या ममता बनर्जी दिल्ली में हुए वोटों के खेल से डर रही हैं?
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की हार के बाद क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डर गई हैं? बुधवार को उन्होंने ऐसी बात कह डाली जो चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल कह करते थे। अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली में हमारे वोटर काटकर पूर्वांचलियों के वोट बनाए जा रहे हैं, ताकि आम आदमी पार्टी को हराया जा सके। उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा सीट पर 13000 नए वोट बनाने का भी दावा किया था। अब ममता बनर्जी भी कुछ ऐसी ही बात कह रही हैं। ममता बनर्जी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वोटर कार्ड में ऑनलाइन
वोटर रजिस्टर कराए जा रहे हैं। इसमें बिहारी लोगों के नाम डाले जा रहे हैं। जो काम इन लोगों ने महाराष्ट्र और दिल्ली में किया, वही काम अब बंगाल में भी करने का प्लान बना रहे हैं। लेकिन बीजेपी वाले कान खोलकर सुन लें कि बंगाल के बाहर के लोगों को हम वोट करने नहीं देंगे। वे दूसरे राज्यों में ऐसा कर सकते हैं, लेकिन बंगाल में हम ऐसा होने नहीं देंगे। ममता को किस बात का डर? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को डर है कि अगर वहां वोटों का दिल्ली की तरह सत्यापन हुआ, वोटों का आंकड़ा बदला तो शायद बीजेपी को फायदा हो जाए। क्योंकि बीजेपी आरोप लगाती रही है कि पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में अवैध बांग्लादेशी रहते हैं। और ममता सरकार ने इन सबके वोटर आईडी कार्ड बनवा दिए हैं। सुभेंदु अधिकारी ने तो यहां तक कहा था कि चुनाव आने दीजिए, हम एक एक वोट की जांच कराएंगे और अवैध बांग्लादेशियों को रहने नहीं देंगे। पश्चिम बंगाल में बिहारी कितने? 2011 की जनगणना के आंकड़ों को देखें तो देश के अलग-अलग राज्यों में जितने बिहारी रहते हैं, उनका 11 प्रतिशत हिस्सा अकेले पश्चिम बंगाल में हैं। इनमें से ज्यादातर वहां के वोटर भी बन चुके हैं। इनकी भागीदार लगातार बढ़ती जा रही है। ममता बनर्जी को डर है कि वो बंगाली अस्मिता की जिस राह पर चल निकली हैं, उसमें बिहारी कहीं नहीं है। ऐसे में उनके लिए मुश्किलें हो सकती हैं। दिल्ली में कैसे हुआ खेला यह ठीक उसी तरह है जैसे अरविंद केजरीवाल के उस एक बयान ने पूर्वांचलियों में नाराजगी पैदा कर दी थी। दिल्ली चुनाव की सटीक भविष्यवाणी करने वाले एक्सिस माई इंडिया का एक्सिट पोल बताता है कि दिल्ली में 50 प्रतिशत बिहारी वोटरों ने बीजेपी को चुना जबकि 43 प्रतिशत बिहारी वोटरों ने आम आदमी पार्टी को वोट किया। तकरीबन यही आंकड़ा यूपी के लोगों को लेकर भी था। जबकि रिपोर्ट्स कहती हैं कि 2020 में आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा बिहारी वोट मिले थे
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