हिंदू धर्म में गोवर्धन पर्वत का बहुत महत्व है, विशेषकर भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं में इसका काफी वर्णन मिलता है. श्रीमद्भागवत और विष्णु पुराण जैसे पवित्र ग्रंथों में इस पर्वत के बारे में काफी कुछ बताया गया है.
हिंदू धर्म में गोवर्धन पर्वत का बहुत महत्व है, विशेषकर भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं में इसका काफी वर्णन मिलता है. श्रीमद्भागवत और विष्णु पुराण जैसे पवित्र ग्रंथों में इस पर्वत के बारे में काफी कुछ बताया गया है. गोवर्धन पर्वत का सबसे प्रमुख प्रसंग तब का है जब भगवान कृष्ण ने इसे अपनी छोटी उंगली पर उठाकर वृंदावनवासियों को इंद्रदेव के कोप से बचाया था. इसे गोवर्धन लीला कहा जाता है और इस घटना की स्मृति में गोवर्धन पूजा की जाती है.
जलवायु परिवर्तन, कटाव, और भूगर्भीय गतिविधियां पर्वत के आकार को घटा सकती हैं, जो धार्मिक मान्यताओं से परे एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करती हैं.क्षेत्र की बदलती जलवायु, मानसून की वर्षा, और भू-आंदोलनों के कारण कटाव से भी पर्वत का आकार घट सकता हैय यह प्राकृतिक प्रक्रियाएं इसकी स्थिरता को प्रभावित कर रही हैं.गोवर्धन पर्वत की कथा धर्म और विज्ञान का अनोखा मेल दिखाती है. भक्तों के लिए यह धार्मिक आस्था का केंद्र है, जबकि वैज्ञानिकों के लिए इसे भूगर्भीय दृष्टि से समझना महत्वपूर्ण है.
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