पिछले कुछ महीनों में कई कंपनियों में बड़ी संख्या में इस्तीफे देखने को मिले हैं. दुनियाभर के साथ-साथ ऐसा भारत में भी देखने को मिला है. ऐसे में कोविड-19 से पहले की तरह इन्क्रीमेंट के जरिए कंपनियों की कोशिश अच्छे टैलेंट को रिटेन करने की होगी.
रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा फायदा टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों को होने की उम्मीद है. इस बात की उम्मीद की जा रही है कि टेक कंपनियां इस साल 10.5 फीसदी का औसत इन्क्रीमेंट दे सकती हैं. इसके बाद लाइफ साइंसेज का स्थान आता है. इस सेक्टर में कंपनियां 9.5 फीसदी का औसतन इन्क्रीमेंट देने की योजना पर काम कर रही है.
इसी बीच सर्विसेज, ऑटो और केमिकल सेक्टर की कंपनियां 9 फीसदी इन्क्रीमेंट दे सकती हैं. इस सर्वे में 786 कंपनियों को शामिल किया गया. इसमें से 60 फीसदी कंपनियां मंथली वाईफाई और यूटिलिटी बिल के लिए Allowances दे रही हैं. दूसरी ओर, 46 फीसदी कंपनियां Wellness Benefits दे रही हैं. केवल 10 फीसदी कंपनियां ही ट्रेवल अलाउएंस को खत्म करने या कम करने की योजना पर काम कर रही हैं.
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