Ganesh Chaturthi Puja Niyam: गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश का विशेष पूजन किया जाता है। आप अगर गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा को घर ला रहे हैं, तो आपको विधि-विधान के साथ पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे, गणेश जी की पूजा में कुछ फूलों और पत्तों को वर्जित माना गया है। आइए, जानते हैं गणेश जी के पूजा...
गणेश जी के जन्मोत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। आप अगर आज गणेश जे को घर लाने वाले हैं, तो याद रखें कि गणेश जी की पूजा में कुछ फूल और पत्तों को वर्जित माना गया है। वहीं, गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा के साथ पंचदेवों की पूजा का भी विधान है। इन पंचदेवों की पूजा करते समय भी कुछ फूलों और पत्तों को वर्जित माना गया है। आइए, जानते हैं। पंचदेव कौन हैं गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश के साथ गणपति, गौरी, विष्णु, सूर्यदेव और भगवान शिव की पूजा की जाती है। इन देवी-देवताओं को ही पंचदेव कहा जाता है।...
प्रिय है इसलिए उन्हें सफेद या हरी दूर्वा गणेश जी को अवश्य चढ़ानी चाहिए। दूर्वा की कली में तीन या पांच पत्तियां होनी चाहिए। गणपति को कभी भी तुलसी न चढ़ाएं। पद्मपुराण में तुलसी को गणेश जी की पूजा में माना गया है वर्जितपद्म पुराण आचार रत्न में लिखा है कि 'न तुलस्य गणाधिपम' यानी गणेश जी की पूजा कभी भी तुलसी से नहीं करनी चाहिए। कार्तिक-महात्म्य में भी कहा गया है कि 'गणेशं तुलसीपत्रैरदुर्गा नैव तु दूर्वाया' अर्थात तुलसी के पत्तों से गणेश की और दूर्वा से दुर्गा की पूजा नहीं करनी चाहिए।...
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