शिव उपासक रामेश्वरम और शक्ति के केंद्र कन्याकुमारी से भाजपा को आशीर्वाद की उम्मीद...दोनों तटीय लोकसभा क्षेत्रों में मछुआरा समुदाय के वोट अहम। अंकित शुक्ला की रिपोर्ट...
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के वक्त पूरा उत्तर भारत राममय था, लेकिन राम के नाम पर बसा रामेश्वरम शिव भक्ति में लीन था...
13 चारों ओर पानी, लेकिन सूखे से परेशान कच्चातिवु और ओपीएस फैक्टर के अलावा भी यहां कई मुद्दे हैं। चारों ओर पानी के बावजूद क्षेत्र सूखे से परेशान है। यहां की रेतीली जमीन में सामान्य कृषि कार्य मुश्किल है। पीने के पानी का संकट रहता है। यहां चोलम, कंबु और रागी की खेती होती है। कपास भी उगाया जाता है। दक्षिण तमिलनाडु के आर्थिक विकास के उत्प्रेरक बंदरगाह तूतीकोरिन के रास्ते में खजूर और नारियल के पेड़ बहुतायत में मिलेंगे, जिनसे कई उत्पाद बनते हैं। हालांकि, मछली पालन के बढ़ते रुझान ने कृषि को समेटा और...
Lok Sabha Nationalindia News In Hindi Latest India News Updates
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Lok Sabha Chunav: महंगाई, मवेशी, ED और इलेक्टोरल बॉन्ड मुद्दे लेकिन जाति और धर्म से बड़े नहीं! पढ़िए यूपी वेस्ट की ग्राउंड रिपोर्टLok Sabha Chunav West UP: पश्चिमी यूपी में जाति और धर्म से बड़ा कई मुद्दा नहीं है। हालांकि, लोग महंगाई को लेकर भी सवाल उठाते हैं।
और पढो »
ग्राउंड रिपोर्ट: रामपुर के चुनावी रण में नहीं, लेकिन चर्चा में आजम खान और मुद्दा भी वही हैंरामपुर में चुनावी माहौल फीका है, पार्टियों में उत्साह नहीं है। जेल में बंद आजम खान चर्चा के केंद्र में हैं, उनकी अनुपस्थिति में भी उनके प्रभाव की बात हो रही है। सपा में भीतरूनी कलह है, आजम खान के सहयोगी उम्मीदवार से दूर हो रहे हैं।
और पढो »
Saharanpur Lok Sabha: कौन जीतेगा सहारनपुर? बनी उलझन की स्थिति, प्रत्याशियों ही नहीं विधायकों की भी हो रही ‘अग्नि परीक्षा’Saharapur Lok Sabha Elections: सहारनपुर सीट पर उलझन की स्थिति बनी हुई है। देखने में मुकाबला त्रिकोणीय यानी भाजपा-कांग्रेस और बसपा में दिखता है। पढ़िए सुरेंद्र सिंघल की रिपोर्ट।
और पढो »
Nestle: क्या गरीब और विकासशील देशों में अधिक चीनी वाले उत्पाद बेच रही नेस्ले? रिपोर्ट में सामने आया यह सचNestle: क्या गरीब और विकासशील देशों में अधिक चीनी वाले उत्पाद बेच रही नेस्ले? रिपोर्ट में सामने आया यह सच
और पढो »