चालू वित्त वर्ष में एलआईसी का नया प्रीमियम 22.5 प्रतिशत बढ़कर 1.33 लाख करोड़ रुपये हुआ
नई दिल्ली, 11 नवंबर । देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम ने वित्त वर्ष 2025 के पहले सात महीनों के दौरान नए व्यवसाय प्रीमियम में 22.52 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, नया व्यवसाय प्रीमियम पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,08,289.78 करोड़ रुपये की तुलना में 1,32,680.98 करोड़ रुपये है।
जीवन बीमाकर्ता द्वारा इकट्ठे आंकड़ों के अनुसार, ग्रुप वार्षिक प्रीमियम 28.39 प्रतिशत बढ़कर 1,529.57 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1,191.35 करोड़ रुपये था। वहीं, ग्रुप स्कीम और पॉलिसियां वित्त वर्ष 2024 के पहले सात महीनों में 2,577 से 17.50 प्रतिशत बढ़कर 3,028 हो गईं। इसके विपरीत, ग्रुप प्रीमियम सेगमेंट पिछले साल के 11,486.89 करोड़ रुपये से 15.50 प्रतिशत बढ़कर 13,267.93 करोड़ रुपये हो गया और ग्रुप वार्षिक प्रीमियम कलेक्शन अक्टूबर 2023 में 62.53 करोड़ रुपये से 140.75 प्रतिशत बढ़कर 150.54 करोड़ रुपये हो गया।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
फिजिक्स वाला का घाटा पिछले वित्त वर्ष में 346 प्रतिशत बढ़कर 375 करोड़ रुपये रहाफिजिक्स वाला का घाटा पिछले वित्त वर्ष में 346 प्रतिशत बढ़कर 375 करोड़ रुपये रहा
और पढो »
ज़ीप इलेक्ट्रिक का वित्त वर्ष 24 में नुकसान बढ़कर 91 करोड़ रुपये हुआइलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कंपनी जिप इलेक्ट्रिक का वित्त वर्ष 24 में नुकसान 2.2 गुना बढ़कर 91 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 23 में यह 40 करोड़ रुपये था।
और पढो »
कोटक महिंद्रा बैंक का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 4.8 प्रतिशत बढ़कर हुआ 3,344 करोड़ रुपयेकोटक महिंद्रा बैंक का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 4.8 प्रतिशत बढ़कर हुआ 3,344 करोड़ रुपये
और पढो »
सरकार की छप्परफाड़ कमाई, डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 18% बढ़ा, सरकारी खजाने में आए ₹11.25 लाख करोड़Direct Tax Collection: चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 10 अक्टूबर तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 18.3 फीसदी बढ़कर लगभग 11.25 लाख करोड़ रुपये रहा.
और पढो »
वित्त वर्ष 24 में कैशफ्री पेमेंट्स का घाटा बढ़कर 135 करोड़ रुपये हुआ, आय 643 करोड़ रुपये रहीवित्त वर्ष 24 में कैशफ्री पेमेंट्स का घाटा बढ़कर 135 करोड़ रुपये हुआ, आय 643 करोड़ रुपये रही
और पढो »
लॉजिस्टिक्स फर्म शिपरॉकेट को वित्त वर्ष 2024 में हुआ 595 करोड़ रुपये का घाटालॉजिस्टिक्स फर्म शिपरॉकेट को वित्त वर्ष 2024 में हुआ 595 करोड़ रुपये का घाटा
और पढो »