चिंताजनक: जलवायु परिवर्तन से विनाशकारी पथ पर बढ़ रही पृथ्वी, वर्ष 2300 तक भारी खतरों की जद में होगी धरती

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चिंताजनक: जलवायु परिवर्तन से विनाशकारी पथ पर बढ़ रही पृथ्वी, वर्ष 2300 तक भारी खतरों की जद में होगी धरती
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जलवायु परिवर्तन का पृथ्वी पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वर्ष 2300 तक 45 फीसदी तक टिपिंग के कारण धरती भारी खतरों की जद में होगी।

जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी तेजी से विनाशकारी पथ की ओर बढ़ रही है। धरती की कई प्रणालियों को टिपिंग का सबसे अधिक खतरा है। पॉट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट इम्पैक्ट रिसर्च के शोधकर्ताओं के अध्ययन में सामने आया कि मानवजनित जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी की अहम प्रणालियों जैसे बर्फ की चादरें और महासागरीय परिसंचरण पैटर्न के टिपिंग तत्वों में भारी अस्थिरता आ रही है। यह अध्ययन नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित किया गया है। जलवायु विज्ञान में टिपिंग प्वाइंट एक महत्वपूर्ण सीमा है, जिसे पार करने पर जलवायु प्रणाली...

5 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान बढ़ने के कारण चार मुख्य जलवायु तत्वों में से कम से कम एक को अस्थिर करने के खतरों के प्रति आगाह किया है। ये हैं ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर, पश्चिम अंटार्कटिक की बर्फ की चादर, अटलांटिक मेरिडियन ओवरटर्निंग सर्कुलेशन और अमेजन वर्षावन। ये चारों पृथ्वी की जलवायु प्रणाली की स्थिरता को नियमित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। 20 से 30 वर्षों में खतरनाक बिंदु पर पहुंच जाएगा तापमान शोध के नतीजे बताते हैं कि 1.

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