कन्नौज लोकसभा चुनाव में कुल 2,94,581 लोगों ने मतदान किया। इसमें से 11,158 मत रद्द कर दिए गए। मतदान 15 से 21 फरवरी के दौरान हुआ और परिणाम 24 फरवरी 1967 को लोहिया के पक्ष में घोषित कर दिया गया। उनकी जीत 472 मतों से हुई। इस परिणाम से कांग्रेस के पराजित उम्मीदवार एसएन मिश्र संतुष्ट नहीं...
इन दिनों विपक्ष के लिए ‘इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन’ ईवीएम भी एक मुद्दा है। विपक्षी दलों को लगता है कि ईवीएम में गड़बड़ी करके ही भाजपा लगातार चुनाव जीत रही है। हालांकि चुनाव आयोग बार-बार स्पष्ट कर चुका है कि इस तरह की आशंका निराधार है। बहरहाल जब मतगणना मतपत्र से होती थी तब भी धांधली के आरोप खूब लगते थे। दोबारा मतगणना भी कितनी बार हुई होगी। पराजित उम्मीदवारों ने अदालतों में चुनाव याचिकाएं तो न जाने कितनी बार दायर की होंगी। समाजवादी आंदोलन के बडे नेता राम मनोहर लोहिया को भी चुनाव याचिका में हार का...
91 फीसद वोट लेकर शानदार जीत के साथ लोकसभा में प्रवेश पाया। लेकिन 1967 में परिसीमन के बाद कन्नौज नया लोकसभा क्षेत्र बना तो लोहिया ने यहीं से चुनाव लड़ा। Also Readबड़े नेताओं की दूरी, सुस्त चुनाव प्रचार, किस बात के मुख्य विपक्षी? क्या UP में कांग्रेस ने छोड़ दी जमीन उनके मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार थे वकील एसएन मिश्रा। जो स्वतंत्रता सेनानी पंडित तेजनारायण मिश्र के बेटे थे। इस चुनाव में लोहिया और मिश्रा समेत कुल पांच उम्मीदवार मैदान में थे। इत्र की नगरी कन्नौज लोकसभा के इस पहले चुनाव में कुल...
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