जागरण संपादकीय: अमेरिका में ट्रंप के आने का असर, होंगे व्यापक बदलाव

Donald Trump समाचार

जागरण संपादकीय: अमेरिका में ट्रंप के आने का असर, होंगे व्यापक बदलाव
US President ElectionSanjay Gupt
  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 4 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 21%
  • Publisher: 53%

यह तय है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका में भी व्यापक बदलाव होंगे और अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भी। चूंकि रूसी राष्ट्रपति से उनके बेहतर संबंध रहे हैं इसलिए माना यह जा रहा है कि वह रूस–यूक्रेन युद्ध रोकने में सफल हो सकते हैं। इस मामले में बाइडन पूरी तरह नाकाम रहे और इसी कारण उनकी छवि एक कमजोर राष्ट्रपति की...

संजय गुप्त। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पूरी दुनिया में उत्सुकता रहती है। यह इसलिए रहती है, क्योंकि अमेरिका पूरे विश्व को प्रभावित करने वाला देश है। इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव इसलिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना, क्योंकि पिछली बार राष्ट्रपति का चुनाव हार चुके पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर से चुनाव मैदान में थे और उनके सामने भारतीय-अफ्रीकी मूल की कमला हैरिस थीं। वह करीब छह महीने पहले राष्ट्रपति की उम्मीदवार इसलिए बनीं, क्योंकि राष्ट्रपति जो बाइडन को बढ़ती उम्र के कारण चुनाव लड़ने से...

राष्ट्रपति बनते ही अवैध रूप से अमेरिका आने वालों को खतरा मानने से इन्कार कर दिया। इसके नतीजे में पिछले चार वर्षों में लाखों लोग अवैध रूप से अमेरिका आ गए। लगता है अमेरिकी जनता और यहां तक कि दूसरे देशों से वैध रूप से आए लोगों को भी यह नहीं भाया। इसका प्रमाण यह है कि लैटिन अमेरिकी देशों के उन लोगों ने भी ट्रंप के पक्ष में मतदान किया, जो वैध रूप से अमेरिका आए और यहां के नागरिक बने। इसके अतिरिक्त अश्वेतों ने भी ट्रंप को वोट दिया। दक्षिणपंथी श्वेत तो उनके समर्थक पहले से ही थे। कमला हैरिस को इसका भी...

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Dainik Jagran /  🏆 10. in İN

US President Election Sanjay Gupt

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

US Presidential Election: Five Key Factors Defining The Trump Vs Harris BattleUS Presidential Election: Five Key Factors Defining The Trump Vs Harris BattleDNA : अमेरिका के BOSS चुनने का काउंटडाउन जारी, चुनाव कोई जीते अमेरिका में बनेगा इतिहास। ट्रंप या कमला...भारत के लिए कौन ब�
और पढो »

ट्रंप की जीत के बाद राष्ट्रपति बाइडेन का पहला संबोधन, बोले- सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगाट्रंप की जीत के बाद राष्ट्रपति बाइडेन का पहला संबोधन, बोले- सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगाअमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद अपने पहले संबोधन में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण का आश्वासन दिया.
और पढो »

जागरण संपादकीय: बेनकाब किया जाए कनाडा का दोहरा चरित्र, कड़े कदम भी उठाने होंगेजागरण संपादकीय: बेनकाब किया जाए कनाडा का दोहरा चरित्र, कड़े कदम भी उठाने होंगेIndia Exposed Canada भारतीय पक्ष को जो जानकारियां मिली हैं वे समय आने पर सार्वजनिक हो सकती हैं। इस पर भारतीय अधिकारियों को विचार करना चाहिए। इससे कनाडाई आरोपों की हवा निकालने में मदद मिलेगी। अपने राजनयिकों की बातचीत सुनने और वीडियो रिकार्डिंग के मामले में भारत ने कनाडा पर विएना कन्वेंशन के उल्लंघन का आरोप भी लगाया...
और पढो »

डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों कहा, 'शी जिनपिंग जानते हैं, मैं क्रेज़ी हूं'डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों कहा, 'शी जिनपिंग जानते हैं, मैं क्रेज़ी हूं'अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अगर वे अमेरिका के दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो चीन अमेरिका को उसकाने की हिम्मत नहीं दिखाएगा.
और पढो »

जागरण संपादकीय: डोनाल्ड ट्रंप ने रचा नया इतिहास, 2020 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शनजागरण संपादकीय: डोनाल्ड ट्रंप ने रचा नया इतिहास, 2020 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शनट्रंप ने बढ़ती महंगाई दक्षिणी सीमा पर विदेशियों की बढ़ती आवक और वैश्विक अस्थिरता को मुद्दा बनाया। हैरिस ने बाइडन की असफलताओं से खुद को दूर रखने का भरसक प्रयास किया लेकिन वह उसमें सफल नहीं हो सकीं। आव्रजन व्यापार सांस्कृतिक मुद्दों एवं विदेश नीति पर भी हैरिस और ट्रंप के विचार विपरीत थे जहां अमेरिकी मतदाताओं ने ट्रंप के पक्ष में अपना फैसला सुनाना...
और पढो »

जागरण संपादकीय: निर्णायक मोड़ पर अमेरिका, वैश्विक समस्याओं का भविष्य भी दांव परजागरण संपादकीय: निर्णायक मोड़ पर अमेरिका, वैश्विक समस्याओं का भविष्य भी दांव पररुझानों से लग रहा है कि रिपब्लिकन पार्टी कांग्रेस के साथ-साथ सीनेट पर भी कब्जा कर सकती है। यदि ऐसा हुआ तो कमला जीत कर भी हाथ बंधे होने के कारण अपने वादों को पूरा नहीं कर पाएंगी। न तो वे यूक्रेन की रक्षा के लिए नाटो संगठन की खुले हाथों से मदद कर पाएंगी और न ही जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के लिए बड़े कदम उठा...
और पढो »



Render Time: 2025-02-15 09:17:19