गांधी परिवार पर पहला कानूनी संकट नेहरू के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही आया था।1949 में लंदन में भारतीय उच्चायुक्त वीके कृष्णमेनन पर जीप घोटाले का गंभीर आरोप लगा। कांग्रेसी नेता अनंत शयनम अयंगार की जांच कमेटी ने उन्हें सरसरी तौर पर दोषी माना और विस्तृत न्यायिक जांच की सिफारिश की। न्यायिक जांच के परिणामस्वरूप सरकार के खिलाफ कुछ असुविधाजनक जानकारियां...
सुरेंद्र किशोर। लाख कोशिश के बावजूद गांधी परिवार अपनी कानूनी परेशानियों से बाहर निकल नहीं पा रहा है। 2014 के बाद से ही उसके लिए यह स्थिति पैदा हुई है। उसे अदालतों से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। आजादी के तत्काल बाद से ही नेहरू-गांधी परिवार कानून से ऊपर माना जाता रहा। तरह-तरह की कानूनी परेशानियों से यह परिवार साफ बच निकलता रहा, पर प्रधानमंत्री मोदी ने इस स्थिति को बदल कर रख दिया है। इसी कारण गांधी परिवार नेशनल हेराल्ड मामले की गिरफ्त में है। नतीजतन गांधी परिवार में अजीब तरह की बेचैनी है। उसका असर...
होंगे। संभवतः अपने प्रति उसी तरह के व्यवहार की उम्मीद वह मौजूदा सरकार से भी कर रहे होंगे। अब यह संभव नहीं। गांधी परिवार पर पहला कानूनी संकट नेहरू के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही आया था।1949 में लंदन में भारतीय उच्चायुक्त वीके कृष्णमेनन पर जीप घोटाले का गंभीर आरोप लगा। कांग्रेसी नेता अनंत शयनम अयंगार की जांच कमेटी ने उन्हें सरसरी तौर पर दोषी माना और विस्तृत न्यायिक जांच की सिफारिश की। न्यायिक जांच के परिणामस्वरूप सरकार के खिलाफ कुछ असुविधाजनक जानकारियां सामने आने का खतरा दिखा। इसलिए गृह मंत्री ने...
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