जागरण संपादकीय: सशक्तीकरण का माध्यम बना स्वच्छता अभियान, सफल हो रहा स्वच्छ भारत मिशन

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जागरण संपादकीय: सशक्तीकरण का माध्यम बना स्वच्छता अभियान, सफल हो रहा स्वच्छ भारत मिशन
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शोध के अनुसार खुले में शौच की विवशता के चलते महिलाएं कम भोजन और अल्पमात्रा में जल ग्रहण करती हैं ताकि उन्हें दिन के उजाले में शौच न जाना पड़े नतीजतन उनका शरीर बीमारियों का घर बन जाता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-21 के अनुसार वित्त वर्ष 2015 में कुल स्वास्थ्य व्यय 62.6 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 20 में 47.

डॉ.

8 प्रतिशत की कमी देखी गई। यह परिणाम उस आह्वान की परिणति है, जो 15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित करते हुए किया था। उन्होंने कहा था, ‘क्या हम उचित शौचालय सुविधा नहीं बना सकते? मुझे नहीं पता कि लोग लाल किले से गंदगी और शौचालय के बारे में मेरी बात की सराहना करेंगे या नहीं, लेकिन अगले साल जब हम यहां खड़े होंगे तो हर स्कूल में लड़कियों और लड़कों के लिए शौचालय होने चाहिए…।’ प्रधानमंत्री का यह वक्तव्य राजनीतिक चश्मे से भी देखा गया, परंतु तमाम पूर्वाग्रहों को ध्वस्त करते हुए ‘स्वच्छ...

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