जागरण संपादकीय: बिखराव की ओर जाता विपक्षी गठबंधन, आईएनडीआईए की हालत पहले से भी खराब

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जागरण संपादकीय: बिखराव की ओर जाता विपक्षी गठबंधन, आईएनडीआईए की हालत पहले से भी खराब
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दरअसल अपनी-अपनी जमीन खोने का डर सभी घटकों को है। इसीलिए लगभग सभी दल इस पर एकमत हैं कि गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस के हाथों से निकले। यह उठापटक दर्शाती है कि बेमेल और अवसरवादी गठबंधन की उम्र लंबी नहीं होती। कांग्रेस सिर्फ अपने विस्तार के प्रति समर्पित दिखती है और यही मंसूबा क्षेत्रीय दलों को सशंकित किए हुए...

केसी त्यागी। कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी मोर्चे आईएनडीआईए में मची उठापटक और वैचारिक अंतर्विरोधों को भांपकर ही शायद नीतीश कुमार ने उससे किनारा किया था। यह एक तथ्य है कि नीतीश कुमार ही आईएनडीआईए के निर्माता-निर्देशक थे। उन्होंने इस गठजोड़ की पहल हिसार में 25 सितंबर 2022 को की थी। हिसार में चौधरी देवीलाल की जन्म-जयंती के अवसर पर नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, फारूक अब्दुल्ला, शरद पवार, सीताराम येचुरी, डी.

राजा और ओमप्रकाश चौटाला आदि उपस्थित थे। उस समय विपक्षी दलों की दशा-दिशा कमोबेश वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों से मेल खाती थी। टीएमसी, सपा, आम आदमी पार्टी समेत कई दल कांग्रेस के साथ मंच साझा करने को तैयार नहीं थे। नीतीश कुमार का कांग्रेस के साथ काम करने का कोई अनुभव नहीं था, लेकिन व्यापक एकता के लिए वह कांग्रेस को आवश्यक मानते थे। उन्होंने कांग्रेस के बिना किसी व्यावहारिक विकल्प को नकार कर उसकी स्वीकार्यता पर जोर दिया। उन्होंने लालू प्रसाद के साथ सोनिया और राहुल गांधी से भेंट कर अपनी मुहिम को...

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