कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि किसान अगर अपने खेत में अरहर की खेती करें तो किसानों को अच्छा मुनाफा मिलेगा. इसके अलावा किसान इसके साथ सोयाबीन, उड़द और तुअर की सहफसली भी कर सकते हैं.
शाहजहांपुर : आमतौर पर बरसात के दिनों में किसान धान की खेती करते हैं लेकिन अगर किसान सिंचाई के अभाव वाले क्षेत्रों में दलहन की फसल कर लें तो किसानों को बेहद कम लागत में धान के मुकाबले करीब 3 गुना मुनाफा मिलेगा. किसानों के लिए अरहर की फसल बेहद ही फायदेमंद हो सकती है. जिसमें कम लागत में किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है. अरहर की खेती करने पर करीब 10 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से उपज मिलती है. 1 क्विंटल अरहर की कीमत करीब 12000 तक रहती है. अरहर करीब 120 दिनों में तैयार हो जाती है.
जल्दी पकने वाली किस्मों का 20-25 किलोग्राम और मध्यम पकने वाली किस्मों का 15 से 20 कि.ग्रा. बीज प्रति हेक्टेयर के हिसाब से बुवाई करनी चाहिए. बुवाई के समय जरूर करें ये काम डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि अरहर की फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए बीज उपचार करना बेहद जरूरी है. बुवाई के पहले फफूंदनाशक दवा 2 ग्राम थीरम, 1 ग्राम कार्बेन्डेजिम प्रति किलो बीज के हिसाब से उपचारित करें. ऐसा करने से अरहर की फसल में कीट नहीं लगेंगे. निराई गुड़ाई भी है बेहद जरूरी डॉ.
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