जोमैटो ने एक पैसे का सामान दिए बगैर आपसे 83 करोड़ वसूल लिए, इसे कहते हैं बिजनेस!

Zomato Platform Fees समाचार

जोमैटो ने एक पैसे का सामान दिए बगैर आपसे 83 करोड़ वसूल लिए, इसे कहते हैं बिजनेस!
जोमैटो प्‍लेटफॉर्म फीसजोमैटोजोमैटो न्‍यूज
  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 11 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 45%
  • Publisher: 51%

लोकप्रिय ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने मार्च महीने तक अपने ग्राहकों से प्लेटफॉर्म फीस के रूप में 83 करोड़ रुपये जुटा लिए। पिछले साल अगस्‍त से कंपनी ने ग्राहकों से यह फीस वसूलनी शुरू की है। शुरुआत में इसे कुछ सेंटरों से वसूलना शुरू किया गया था। धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ाया जा रहा...

नई दिल्‍ली: बिजनेस किसे कहते हैं जोमैटो उसका उदाहरण है। इसने प‍िछले साल अगस्‍त से मार्च तक ग्राहकों को एक पैसे का सामान दिए बगैर 83 करोड़ रुपये वसूल लिए। आपको यह ताज्‍जुब लग सकता है। लेकिन, यह सच है। जोमैटो ऑनलाइन ऑर्डर पर खाने-पीने का सामान पहुंचाने वाला प्‍लेटफॉर्म है। कंपनी ने इस साल मार्च तक ग्राहकों से प्‍लेटफॉर्म फीस के रूप में 83 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी की सालाना रिपोर्ट में यह बात कही गई है। जोमैटो ने पिछले साल अगस्त में प्रत्येक ऑर्डर पर प्‍लेटफॉर्म फीस लेना शुरू किया था। जब आप...

ऑर्डरों पर उपलब्ध मुफ्त डिलीवरी लाभ के कारण प्रति ऑर्डर ग्राहक डिलीवरी शुल्क में कमी की भरपाई कर दी। जोमैटो की रिपोर्ट के अनुसार, दिलचस्प बात यह है कि पिछले वित्त वर्ष में देर रात के अधिकांश ऑर्डर दिल्ली-एनसीआर से आए थे। जबकि नाश्ते के ज्‍यादातर ऑर्डर बेंगलुरु से आए थे।कंपनी ने पिछले अगस्त में दो रुपये प्रति ऑर्डर प्‍लेटफॉर्म फीस लेना शुरू किया था। इसे अब प्रमुख बाजारों में धीरे-धीरे बढ़ाकर छह रुपये कर दिया गया है। जोमैटो की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी स्विगी भी प्रत्येक ऑर्डर पर प्‍लेटफॉर्म फीस लेती...

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

NBT Hindi News /  🏆 20. in İN

जोमैटो प्‍लेटफॉर्म फीस जोमैटो जोमैटो न्‍यूज News About जोमैटो जोमैटो प्‍लेटफॉर्म फीस न्‍यूज जोमैटो की प्‍लेटफॉर्म फीस से क‍ितनी कमाई Zomato Zomato News News About Zomato

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

छत्तीसगढ़ का ये हिल स्टेशन है बेहद खूबसूरत, लोग कहते हैं इसे जन्नतछत्तीसगढ़ का ये हिल स्टेशन है बेहद खूबसूरत, लोग कहते हैं इसे जन्नतछत्तीसगढ़ का ये हिल स्टेशन है बेहद खूबसूरत, लोग कहते हैं इसे जन्नत
और पढो »

ढहते शेयर बाजार में भी जोमैटो और पेटीएम के शेयर ने पकड़े रखी आग, डील की चर्चा से मिली हवाढहते शेयर बाजार में भी जोमैटो और पेटीएम के शेयर ने पकड़े रखी आग, डील की चर्चा से मिली हवाZomato Paytm Deal News- जोमैटो ने हाल ही में एक्सचेंजों को बताया था कि यह पेटीएम के मूवीज और टिकटिंग बिजनेस के कारोबार को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है.
और पढो »

पूर्वोदय योजना: एक्सप्रेसवे से गांवों तक आवाजाही सुगम, इन्फ्रा पर जीडीपी का 3.4 फीसदी खर्चपूर्वोदय योजना: एक्सप्रेसवे से गांवों तक आवाजाही सुगम, इन्फ्रा पर जीडीपी का 3.4 फीसदी खर्च26,000 करोड़ से पूर्वोदय योजना के तहत बिहार में बनेंगे तीन एक्सप्रेसवे। सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए 11.11 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो जीडीपी का 3.4 फीसदी है।
और पढो »

एक्‍सपर्ट ने बताया कहां गलती कर रहे हैं इंडियन पेरेंट्स, सुधर गए तो संवर जाएगी बच्‍चे की जिंदगीएक्‍सपर्ट ने बताया कहां गलती कर रहे हैं इंडियन पेरेंट्स, सुधर गए तो संवर जाएगी बच्‍चे की जिंदगीबिजनेस कोच स्‍नेह देसाई ने अपनी एक वर्कशॉप में बताया है कि बच्‍चों की परवरिश किस तरह से करनी चाहिए। पेरेंट्स के लिए स्‍नेह की बताई बातें बहुत काम आ सकती हैं।
और पढो »

गुरु पूर्णिमा पर सालों बाद बनेगा ये संयोग, इन राशियों की सोने जैसी चमकेगी किस्मतगुरु पूर्णिमा पर सालों बाद बनेगा ये संयोग, इन राशियों की सोने जैसी चमकेगी किस्मतआषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा मनाते हैं. इस दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म भी हुआ था इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं.
और पढो »

मुसलमान क्यों मनाते हैं मुहर्रम, इसे क्यों कहते हैं गम का महीना?मुसलमान क्यों मनाते हैं मुहर्रम, इसे क्यों कहते हैं गम का महीना?Muharram 2024: मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है. इसी महीने में ऐसी कई सारी चीजें हुई, जिसने इस्लामिक इतिहास और मुसलमानों की जिंदगी में बहुत कुछ बदल दिया.
और पढो »



Render Time: 2025-02-13 21:59:26