ज्योतिष का ज्ञान, भाग्य और दुर्भाग्य का निर्धारण करता है

धर्म और ज्योतिष समाचार

ज्योतिष का ज्ञान, भाग्य और दुर्भाग्य का निर्धारण करता है
ज्योतिषकुंडलीप्रश्न कुंडली
  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 62 sec. here
  • 14 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 66%
  • Publisher: 51%

आचार्य संतोष 'संतोषी' और युवराज राजौरिया ने ज्योतिष के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि ज्योतिष एक शक्तिशाली विद्या है जो हमारे भाग्य और दुर्भाग्य को निर्धारित करती है। उन्होंने ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं जैसे कुंडली, नामकरण, हस्तरेखा और जन्म के समय ग्रहों की स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने AI के ज्योतिष में उपयोग की सीमाओं पर भी प्रकाश डाला।

आचार्य संतोष 'संतोषी' ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अच्छा नहीं कमा पा रहा है, तो उसे एक बार अपनी कुंडली दिखा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी क्षमता और कीमत खुद तय करनी चाहिए। साथ ही पूजा के समय हमेशा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। यह देवी को प्रसन्न करने का पाठ है। सॉफ्टवेयर से हमें बेहतरीन लाभ मिला है लेकिन फलित के लिए किसी विद्वान से मिलन ही चाहिए। ज्योतिष ी ही अपने विवेक का इस्तेमाल करके ही फलित करेगा।\युवराज राजौरिया ने कहा कि हमारे पास कई बच्चे सीखने आते हैं। वो बहुत तेजी से सीखते हैं।

ज्योतिष में गजब के सूत्र हैं। राहु-केतु छाया ग्रह हैं। लोगों में इनका भय बना रहता है। राहु-केतु से डरने की जरूरत नहीं है। ये इतने भयकारक नहीं है। जन्म के समय ग्रह-नक्षत्रों की दशा के अनुरूप नाम रखा जाता है। उसका महत्व भी रहता है। हस्तरेखा भी प्रभावी माध्यम है। हस्तरेखाएं जन्म से आती हैं। मस्तिष्क रेखा देखकर बता सकते हैं कि व्यक्ति कितना प्रतिभावान है। यदि किसी की जीवन रेखा बीच में टूटी हो तो आशंकाएं रहती हैं, लेकिन हृदय रेखा मजबूत है तो वह जीवन रेखा पर हावी रहती है। उन्होंने कहा कि जब तक आप ज्योतिष को जानेंगे नहीं, तब तक इसे मान भी नहीं पाएंगे। यहां तक कि आयुर्वेद भी ज्योतिष विधा के नक्षत्रों पर निर्भर है। युवाओं को ज्योतिष से जोड़ेंगे तो इसका प्रसार बढ़ेगा।\ लोग ज्योतिषी बन तो जाते हैं, लेकिन आपकी ऊर्जा और तप-बल से वह विद्या आगे बढ़ती है। कर्मकांड और ज्योतिष दोनों अलग-अलग विधाएं हैं। ज्योतिष वेदों का नेत्र है और नेत्र का काम सिर्फ देखना है। अगर आप मंत्र शक्तियों की तरफ आगे बढ़ते हैं तो तप-बल मजबूत होता है। सॉफ्टवेयर से हमें सबसे बेहतरीन लाभ यह मिलता है कि हम गणना करने से बच जाते हैं। गणना का काम सॉफ्टवेयर से होने लगा है। हालाँकि, फलित ज्योतिष के लिए तो आपको ज्योतिषी के पास ही जाना होगा। AI अब तक सटीक फलित ज्योतिष में नहीं आ सका है। जो सोचा और हो जाए, वही भाग्य है। जो सोचा और नहीं हो पाया, वही दुर्भाग्य है

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Amar Ujala /  🏆 12. in İN

ज्योतिष कुंडली प्रश्न कुंडली हस्तरेखा भाग्य दुर्भाग्य AI ग्रह नामकरण जन्मतिथि समय

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

शनि का नौवें भाव पर प्रभावशनि का नौवें भाव पर प्रभावयह लेख नौवें भाव में शनि के शुभ और अशुभ प्रभावों का विश्लेषण करता है, जिसमें भाग्य, धर्म, यात्रा और वैवाहिक जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव शामिल हैं.
और पढो »

जीके प्रश्नोत्तरीजीके प्रश्नोत्तरीयह लेख सामान्य ज्ञान (जीके) के कुछ सवालों और उनके जवाब प्रस्तुत करता है.
और पढो »

5 जनवरी 2025: पल्लवी एके शर्मा से जानें आज का दिन कैसा रहेगा5 जनवरी 2025: पल्लवी एके शर्मा से जानें आज का दिन कैसा रहेगाज्योतिष और टैरो विशेषज्ञ पल्लवी एके शर्मा से जानें कि 5 जनवरी 2025 का दिन कैसा रहेगा और आपको किन बातों का ध्यान रखना है।
और पढो »

2 जनवरी 2025 : पल्लवी एके शर्मा से जानें आज का दिन कैसा रहेगा2 जनवरी 2025 : पल्लवी एके शर्मा से जानें आज का दिन कैसा रहेगाज्योतिष और टैरो विशेषज्ञ पल्लवी एके शर्मा बताती हैं कि 2 जनवरी 2025 का दिन कैसा रहेगा और आपको किन बातों का ध्यान रखना है।
और पढो »

ऑफ सीजन में AC खरीदना: फायदे और नुकसानऑफ सीजन में AC खरीदना: फायदे और नुकसानयह लेख ऑफ सीजन में AC खरीदने के फायदे और नुकसान का विश्लेषण करता है।
और पढो »

बृहत्संहिता: ज्योतिष का विश्वकोशबृहत्संहिता: ज्योतिष का विश्वकोशबृहत्संहिता आचार्य वराहमिहिर द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ज्योतिष ग्रंथ है। ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं को समाहित करते हुए यह ग्रंथ ज्योतिष का विश्वकोश माना जाता है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-13 09:11:04