टीबी फिर से बनी दुनिया की सबसे घातक बीमारी

इंडिया समाचार समाचार

टीबी फिर से बनी दुनिया की सबसे घातक बीमारी
इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें
  • 📰 DW Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 85 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 37%
  • Publisher: 63%

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक टीबी फिर से दुनिया की सबसे घातक संक्रामक बीमारी बन गई है, जिसके कारण कोविड-19 से भी ज्यादा मौतें हो रही हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई"ग्लोबल ट्यूबरकुलोसिस रिपोर्ट 2024" के मुताबिक 2023 में 82 लाख लोग टीबी से संक्रमित हुए, जो 1995 में निगरानी शुरू होने के बाद से सबसे ज्यादा है. यह आंकड़ा 2022 के 75 लाख नए मामलों से काफी अधिक है.

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2023 में टीबी से संक्रमित लोगों की अनुमानित संख्या 1.08 करोड़ रही, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जिनकी बीमारी का औपचारिक रूप से पता नहीं चला था. हालांकि, अनुमानित और दर्ज मामलों के बीच का अंतर 27 लाख तक घट गया है, जो कि कोविड-19 महामारी के दौरान 40 लाख तक पहुंच गया था.से थोड़ी कम है. इसके बावजूद, यह संख्या 2023 में कोविड-19 से हुई 3.2 लाख मौतों से कहीं ज्यादा है. टीबी अब एचआईवी से भी ज्यादा लोगों की जान ले रही है. 2023 में एचाईवी से 6.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रियासुस ने कहा,"यह चौंकाने वाली बात है कि जब हमारे पास टीबी को रोकने, पहचानने और इलाज करने के साधन हैं, तो भी यह इतनी ज्यादा मौतें और मरीज पैदा कर रही है." उन्होंने सभी देशों से टीबी के खिलाफ कदम उठाने की अपील की.कोविड-19 महामारी के प्रभाव से

उबर रही हैं और टीबी से होने वाली मौतों में कमी आ रही है. लेकिन, यह अभी भी डब्ल्यूएचओ के ‘टीबी की समाप्ति' की रणनीति के तहत तय किए गए लक्ष्यों से बहुत पीछे है. इस रणनीति के तहत 2025 तक टीबी के मामलों में 50 फीसदी की कमी का लक्ष्य तय किया गया है. 2015 से 2023 के बीच टीबी के मामलों में केवल 8.3 फीसदी की कमी आई है.टीबी का सबसे ज्यादा प्रभाव कम और मध्यम आय वाले देशों पर पड़ रहा है. 30 देशों में टीबी के मामले पूरी दुनिया के 87 फीसदी हैं.

हालांकि, दवा-प्रतिरोधी टीबी के 4 लाख मामलों में से केवल 44 फीसदी लोगों को ही सही तरीके से निदान और उपचार मिल पाया. सामान्य टीबी वाले लोगों में 63 फीसदी का बैक्टीरियोलॉजिक रूप से निदान हुआ और 75 फीसदी को इलाज मिला.टीबी के इलाज में आने वाला खर्च भी बड़ी समस्या है. रिपोर्ट में पाया गया कि 50 फीसदी मरीजों को इलाज के दौरान"विनाशकारी" खर्च का सामना करना पड़ता है, जिसका मतलब है कि उनका इलाज खर्च उनकी आय का 20 फीसदी से ज्यादा होता है.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

DW Hindi /  🏆 8. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

दुनिया के 26 प्रतिशत टीबी मरीज भारत में और ये सर्वाधिक : डब्ल्यूएचओदुनिया के 26 प्रतिशत टीबी मरीज भारत में और ये सर्वाधिक : डब्ल्यूएचओदुनिया के 26 प्रतिशत टीबी मरीज भारत में और ये सर्वाधिक : डब्ल्यूएचओ
और पढो »

ट्रंप ने चीन पर साधा निशाना, कहा- अमेरिकी के पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना हैट्रंप ने चीन पर साधा निशाना, कहा- अमेरिकी के पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना हैट्रंप ने चीन पर साधा निशाना, कहा- अमेरिकी के पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है
और पढो »

सेहतनामा- पंजाब सीएम भगवंत मान को हुआ रेयर बैक्टीरियल इन्फेक्शन: लेप्टोस्पायरोसिस से हर साल 60 हजार लोगों क...सेहतनामा- पंजाब सीएम भगवंत मान को हुआ रेयर बैक्टीरियल इन्फेक्शन: लेप्टोस्पायरोसिस से हर साल 60 हजार लोगों क...Punjab CM Bhagwant Mann Rare Bacterial Infection Case Explained पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक घातक बीमारी लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) से पीड़ित हैं।
और पढो »

दुनिया को जिस चीज की सबसे ज्यादा जरूरत, ताकतवर देशों के बीच भारत ने बताई पते की बात, वर्ल्ड से मांगी मदददुनिया को जिस चीज की सबसे ज्यादा जरूरत, ताकतवर देशों के बीच भारत ने बताई पते की बात, वर्ल्ड से मांगी मददअमेरिका में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुनिया के ताकतवर देशों के सामने अहम बात रखी और बताया कि इस वक्त दुनिया को सबसे ज्यादा जरूरत की चीज की है.
और पढो »

चेहरे के मुहासों से करें बीमारी की पहचान, नजरअंदाज किया तो पड़ जाएंगे लेने के देनेचेहरे के मुहासों से करें बीमारी की पहचान, नजरअंदाज किया तो पड़ जाएंगे लेने के देनेचेहरे के मुहासों से करें बीमारी की पहचान, नजरअंदाज किया तो पड़ जाएंगे लेने के देने
और पढो »

इन दो द्वीपों के बीच चलती है दुनिया की सबसे छोटी फ्लाइट, महज 1.5 मिनट का लगता है समयइन दो द्वीपों के बीच चलती है दुनिया की सबसे छोटी फ्लाइट, महज 1.5 मिनट का लगता है समयदुनिया की सबसे छोटी उड़ान, वेस्ट्रे और पापा वेस्ट्रे को जोड़ती है, जिसे लोगनएयर द्वारा संचालित किया जाता है और इसमें दो मिनट से भी कम समय लगता है.
और पढो »



Render Time: 2025-04-27 22:34:26