ट्रंप प्रशासन में एआई सलाहकार के रूप में श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति पर विवाद

राजनीति समाचार

ट्रंप प्रशासन में एआई सलाहकार के रूप में श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति पर विवाद
डोनाल्ड ट्रंपश्रीराम कृष्णनएआई
  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 80 sec. here
  • 10 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 59%
  • Publisher: 51%

डोनाल्ड ट्रंप ने श्रीराम कृष्णन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए सलाहकार नियुक्त किया है। इस नियुक्ति के बाद, ट्रंप के अतिवादी समर्थकों ने नाराजगी जताई है, जबकि एलन मस्क और विवेक रामास्वामी जैसे उद्योगपतियों ने कृष्णन का समर्थन किया है।

विवाद की वजह क्या, इसके केंद्र में कौन? इस पूरे विवाद के केंद्र में है डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से अपनी आने वाली सरकार के लिए की गई एक नियुक्ति । यह नियुक्ति है भारतवंशी आंत्रप्रेन्योर श्रीराम कृष्णन की, जो कि ट्रंप प्रशासन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े मामलों को देखेंगे और एआई पर ट्रंप के सलाहकार की भूमिका निभाएंगे। उनकी नियुक्ति को लेकर ट्रंप के अतिवादी समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की है, वहीं एलन मस्क और विवेक रामास्वामी जैसे अरबपति-उद्योगपतियों ने कृष्णन की नियुक्ति के समर्थन में खुद को

ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' समर्थकों से मोर्चा ले लिया है। कैसे हुई विवाद की शुरुआत? श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति पर विवाद की शुरुत हुई एक अतिवादी ट्रंप समर्थक लॉरा लूमर के बयान के बाद। लॉरा लूमर आव्रजन की जबरदस्त विरोधी के तौर पर जानी जाती हैं। फिर चाहे बात अवैध आव्रजन की हो या वैध तरह से अमेरिका में पहुंच रहे लोगों की। लूमर ने कृष्णन की नियुक्ति को परेशान करने वाला करार दिया। उन्होंने कृष्णन के उस रुख को लेकर खासी नाराजगी जाहिर की, जिसके तहत भारतवंशी आंत्रप्रेन्योर ने कौशल रखने वाले योग्य विदेशी कामगारों के लिए वर्क वीजा और ग्रीन कार्ड देने की पैरवी की थी। लूमर ने कहा कि यह ट्रंप की आव्रजन नीतियों के बिल्कुल खिलाफ है, जो कि उनकी राजनीतिक मंच के हमेशा केंद्र में रहा है। विवाद में मस्क की एंट्री कैसे हुई? अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में एलन मस्क ने खुलकर ट्रंप का समर्थन किया। कई मौकों पर अवैध आव्रजन को लेकर वे खुद डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के समर्थन में बयान दे चुके हैं। हालांकि, वे शुरुआत से ही वैध आव्रजन और उच्च-कौशल वाले कामगारों के अमेरिका आने को सही ठहराते रहे हैं। दरअसल, मस्क खुद दक्षिण अफ्रीका में जन्मे हैं और बेहद कम उम्र में छात्र के तौर पर अमेरिकी आव्रजन नीति के तहत ही इस देश पहुंचे थे। उन्होंने कई मौकों पर अपना उदाहरण देते हुए उच्च कौशल वाले लोगों के अमेरिका आने का समर्थन भी किया है और इसे अमेरिकी अर्थव्यवस्था और कूटनीतिक ताकत के लिए अहम करार दिया है। लॉरा लूमर के श्रीराम कृष्णन पर दिए गए बयान के बाद विवाद में एलन मस्क की एंट्री हुई। उन्होंने एक्स पर कई पोस्ट्स किए और भारतवंशी का पक्ष रखा। मस्क ने कहा, 'अमेरिका में बेहतरीन इंजीनियरिंग टैलेंट की स्थायी कमी रही है और ऐसे लोगों को आकर्षित करने के लिए हमें उन्हें आने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Amar Ujala /  🏆 12. in İN

डोनाल्ड ट्रंप श्रीराम कृष्णन एआई नियुक्ति विवाद एलन मस्क विवेक रामास्वामी

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

कौन हैं डेविड ओ सैक्स, जो अमेरिका को बनाएंगे AI और क्रिप्टो की दुनिया का किंगकौन हैं डेविड ओ सैक्स, जो अमेरिका को बनाएंगे AI और क्रिप्टो की दुनिया का किंगएआई और क्रिप्टो की दुनिया में बड़े बदलाव के लिए ट्रंप ने PayPal के पूर्व चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डेविड सैक्स की महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति की है.
और पढो »

Aayushmaan Bharat Nodal Officer Appointed as Deputy CommissionerAayushmaan Bharat Nodal Officer Appointed as Deputy CommissionerJagaran Samvaadadata Kaanth, Aayushmaan Bharat के नोडल अधिकारी ने डिप्टी सीएमओ के पद पर नियुक्ति प्राप्त की। इस नियुक्ति के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई है।
और पढो »

राष्ट्रपति ने कई राज्यों में नियुक्त नए राज्यपालराष्ट्रपति ने कई राज्यों में नियुक्त नए राज्यपालराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अनुसंधान, शिक्षा, और प्रशासन के क्षेत्र में योगदान करने वाले कई राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की है।
और पढो »

ट्रंप शासन में QUAD का क्या होगा? एस जयशंकर के जवाब से पाकिस्तान-चीन की बढ़ेगी टेंशनट्रंप शासन में QUAD का क्या होगा? एस जयशंकर के जवाब से पाकिस्तान-चीन की बढ़ेगी टेंशनविदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि “क्वाड की शुरुआत ट्रंप प्रशासन के दौर में ही हुई थी। ट्रंप प्रशासन के पहले वर्ष में पहली बार क्वाड देशों के उप-विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी। बाद में ट्रंप के कार्यकाल में वर्ष 2019 में विदेश मंत्रियों की पहली बैठक हुई। मुझे लगता है कि क्वाड को नये सिर से आगे बढ़ाने में ट्रंप प्रशासन की काफी अहम भूमिका रही...
और पढो »

ट्रंप ने भारत को शुल्क की चेतावनी दीट्रंप ने भारत को शुल्क की चेतावनी दीडोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर अमेरिका के कुछ उत्पादों पर लगाये जाने वाले उच्च शुल्क के बारे में बात की है और भारतीय उत्पादों पर समान शुल्क लगाने की बात कही है।
और पढो »

विदेश सचिव मिस्री ने ढाका में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस से की मुलाकात कीविदेश सचिव मिस्री ने ढाका में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस से की मुलाकात कीविदेश सचिव मिस्री ने ढाका में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस से की मुलाकात की
और पढो »



Render Time: 2025-02-15 18:27:41