देश के हालात कैसे भी हो, लेकिन आज भी संविधान निर्माता बाबा साहेब की लोकप्रियता देश में कम नहीं है. कल यानी 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती पर उनके प्रशंसकों ने उन्हें याद कर श्रद्धांजली दी.
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134 वीं जयंती के अवसर पर बलिया कचहरी में एक अलग ही नजरा देखने को मिला. बलिया के कचहरी में दस्तावेज लिखने का काम करने वाले बलिराम का डॉ अंबेडकर के प्रति दीवानापन देखकर आप हैरान रह जाएंगे. बलिराम और उनके परिवार वाले बाबा साहब को किस हद तक प्यार और याद करते हैं. इसका एक उदाहरण देखने को यहां मिलता है बाबा साहब के दीवाने बलिराम प्रसाद बताते हैं कि वह बलिया जिले के बजहा गांव के रहने वाला हैं. वह किसी राजनीतिक दल नहीं जुड़े हुए हैं.
लिखता हूं दस्तावेज, करता हूं बाबा साहब का गुणगान बलिराम प्रसाद ने बताया कि वह बलिया कचहरी में दस्तावेज लिखने का काम करते हैं और इसी के सहारे वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. वह लोग बाबा भीमराव अंबेडकर के मार्ग पर चलने वाले लोग हैं, उनकी बातों को हर समय लोगों के बीच रखने काम करता हैं.
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