क्षेत्र के लोग निजी साधनों में सफर को मजबूर है। अलवर से ईंदपुर वाया अलावडा चलने वाली रोडवेज बस में क्षमता से अधिक सवारियां भरी जा रही है।
अलावड़ा.
कस्बा सहित आसपास के क्षेत्र के लोग निजी साधनों में सफर को मजबूर है। अलवर से ईंदपुर वाया अलावडा चलने वाली रोडवेज बस में क्षमता से अधिक सवारियां भरी जा रही है। आलम यह है कि साधनों में यात्रियों को दम घुटते सफर की मजबूरी बनी हुई है। इन दिनों ईंदपुर और तिलवाड़ गांव से ही छमता से दोगुनी सवारियां बैठने को मजबूर है। अलावडा कस्बा और आसपास के गांव चौमा, माणकी, गुर्जरपुर आदि की सवारियों सहित अन्य गांवों के यात्रियों को पैर रखने की भी जगह नहीं मिलती, जिससे उन्हें निजी वाहनों से यात्रा करनी पड़ती है।...
Alwar Patrika News Hindi News Patrika News Rajasthan News | Alwar News | News
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Indian Railways: अटकने पर भी रेलवे ने यात्री को पानी के लिए तरसाया! देखें ये पूरा VideoIndian Railways Viral Video: यात्री ने सफर के दौरान रेलवे स्टाफ से पानी की बोतल मांगी. स्टाफ ने बोतल देने से मना कर दिया.
और पढो »
CRISIL Report: सब्जियों की ऊंची कीमतों से जून तक नहीं मिलेगी राहत; सामान्य से अधिक तापमान बढ़ा रहा चुनौतियांरिपोर्ट में कहा गया है कि 2023-24 में खाद्य महंगाई बढ़ाने में सब्जियों का करीब 30 फीसदी योगदान था। यह उनकी 15.5 फीसदी की सामान्य हिस्सेदारी से ज्यादा है।
और पढो »
Taapsee Pannu: तापसी को है अपनी सफलता पर गर्व, बोलीं- मैं आज जहां हूं सिर्फ और सिर्फ अपनी मेहनत के बदौलत हूंतापसी पन्नू आज बॉलीवुड में किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। फिल्म इंडस्ट्री को एक से बढ़कर एक हिट फिल्म देने वाली तापसी के लिए यह सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था।
और पढो »
बिना राशन पहुंचाए धोखे से डीलरों से ओटीपी लेकर रिसिप्ट कराया..पढें यह न्यूजडीलरों की ओर से राशन पहुंचाने का दबाव देने पर मुनीम मोबाइल बंद कर फरार हो गया, इधर ठेकेदार अब राशन डीलरों को राशन पहुंचाने का आश्वासन दे रहा है।
और पढो »
General Elections : बसपा के लिए दाग अच्छे हैं... पर जरा हटके, दूसरे दरवाजे से भी खोल दी एंट्रीकभी माफिया के लिए सियासत की नर्सरी मानी जाने वाली बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव में ऐसे तत्वों से दूरी बनाने की कोशिश तो की, लेकिन मजबूरी भारी पड़ी।
और पढो »