नई दिल्ली में बुधवार को हुए विधानसभा चुनावों में मुस्लिम बहुल इलाकों में वोटिंग की गति धीमी रही। पूर्वी दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों में मतदान प्रक्रिया बंपर वोटिंग से शुरू हुई। मुस्तफाबाद में वोटिंग बाकी मुस्लिम बहुल इलाकों की तुलना में अधिक रहा।
नई दिल्ली में बुधवार को विधानसभा चुनावों के लिए मतदान शुरू हुआ और मुस्लिम बहुल इलाक ों में मतदान की गति धीमी रही। पूर्वी दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाक ों में मतदान प्रक्रिया बंपर वोटिंग से शुरू हुई। पिछले चुनावों की तरह ही, इस बार भी मुस्तफाबाद में वोटिंग बाकी मुस्लिम बहुल इलाक ों की तुलना में अधिक रहा। पिछले चुनाव में मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र में कुल 70.
55 प्रतिशत और बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में 71 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया था। जबकि इस बार शाम 5 बजे तक मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र में 66.68% और सीलमपुर में 66.41% मतदान हुआ। मटिया महल विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर सेंट्रल दिल्ली के किसी भी मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्र में 60 प्रतिशत मतदान नहीं हुआ था। सुबह 9 बजे तक बल्लीमारान क्षेत्र में मतदान 6.97 प्रतिशत, मटिया महल और सदर बाजार क्षेत्र में 6 प्रतिशत से अधिक और चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में मतदान 5 प्रतिशत भी नहीं हुआ था। ईदगाह रोड के आसपास आहाता किदारा, पहाड़ी धीरज और कुरैश नगर में बने सभी बूथों पर वोटरों की भीड़ इक्का-दुक्का ही थी। ज्यादातर पोलिंग बूथों पर भीड़ कम रही। लेकिन, दोपहर एक बजे के बाद इन बूथों पर वोटरों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी। लेकिन, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद और सीलमपुर विधानसा क्षेत्र के ज्यादातर बूथों पर मतदान प्रक्रिया शुरू होने के समय से ही वोटरों की भीड़ अधिक रही। दोनों विधानसभाओं में ज्यादातर पोलिंग बूथों के बाहर वोटर्स की लंबी लाइन देखने को मिली। जामिया नगर, शाहीन बाग, बटला हाउस, अबुल फजल एनक्लेव, ओखला, जाकिर नगर, जोगा बाई जैसे इलाकों में सुबह से पोलिंग स्टेशनों पर लोगों की खासी भीड़ उमड़ी। सुबह जहां पुरुष मतदाता अधिक दिखे, तो वहीं दोपहर बाद सभी बूथों पर महिला वोटरों की लंबी कतारें दिखीं। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था भी बेहद कड़ी नजर आई। अबुल फजल एनक्लेव में कई लोगों ने वोटर लिस्ट से नाम कटने की शिकायत की। यहां के युवा वोटर अपनी वोटिंग चॉइस को लेकर इस बार काफी मुखर नजर आए। वहीं, मदनपुर खादर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, सरिता विहार, जसोला, आली गांव जैसे हिंदू बहुल इलाकों में भी वोटिंग को लेकर लोग सुबह से खासे उत्साहित नजर आए। हालांकि, मुस्लिम बहुल इलाकों के मुकाबले यहां वोटिंग थोड़ी धीमी रही और कई बूथ दिन में खाली नजर आए
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