दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर जारी, श्मशान में शवों के लिए नहीं मिल रही जगह (sushantm870)
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लगातार बढ़ रहे संक्रमण के बीच मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ रहे हैं. निगमबोध घाट में सालों से अंतिम संस्कार करा रहे आचार्यों का भी कहना है कि कोरोना काल में उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं.बीते 15 दिनों से रोजाना 40 से 50 शवों का अंतिम संस्कार निगमबोध के आचार्य और उनकी टीम करा रही है. हालात ये हैं कि वे भी अब थक चुके हैं. लगातार बढ़ रही लाशों को देखकर वे भी परेशान हो गए हैं.
उनका कहना है कि जब कोरोना से मरने वाले लोगों की डेड बॉडी ज्यादा आने लगी तो सरकार ने 4 और श्मशान घाटों को तैयार करना शुरू किया है. उन्होंने बताया कि आज सुबह से तकरीबन 20 से 25 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. अभी और भी आ सकते हैं.निगमबोध घाट में आलम अब यह है कि जो 48 प्लेटफार्म हैं, वे भी अब दिनों दिन कम पड़ते जा रहे हैं, यही वजह है कि नदी किनारे नई चिताओं के लिए 25 और जगहें तैयार की जा रही हैं.
यही वजह है कि दिल्ली में जहां पहले दो श्मशान घाट थे, उनको बढ़ा कर 4 कर दिया गया है. श्मशान घाट में रोजाना जितने भी कोरोना मरीजों के शवों को लाया जाता है उनका अंतिम संस्कार किया जाता है. उसमें भी 5 से 6 घंटे का वक्त लग रहा है.निगमबोध घाट पर कम पड़ रही जगह निगमबोध घाट में लोगों के अंतिम संस्कार के लिए 100 के करीब प्लेटफॉर्म हैं, जिनमें से इन दिनों 48 प्लेटफार्म पर कोरोना के मरीजों का अंतिम संस्कार होता है. आलम यह है कि सभी प्लेटफॉर्म पूरी तरह से भरे हुए हैं. एक के बाद एक एंबुलेंस में शवों को लाया जा रहा है और उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है.नम आंखों से अपने पिता को विदाई देती मोनिका ने अपने पिता को दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया था. मोनिका का आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही के चलते उनके पिता की मौत हो गई.
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
कोरोना का इलाज: दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में लाखों का ख़र्च, सरकारी में डराने वाली हालतकोरोना वायरस संक्रमण के पीड़ित लोग सरकारी अस्पतालों की अव्यवस्था, बेड और टेस्टिंग की कमी से तो परेशान हैं ही, प्राइवेट अस्पतालों के भारी-भरकम बिल ने उनके लिए बेबसी के हालात पैदा कर दिए हैं.
और पढो »
कोरोना: दिल्ली के अस्पतालों में 60% बेड फुल, जानें किस हॉस्पिटल में क्या हैं हालातदिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में सरकार के सामने अस्पतालों में व्यवस्था करने का संकट है. बेड और वेंटिलेटर तेजी से भर रहे हैं.
और पढो »
कोरोना टेस्टिंग के मामले में दिल्ली को फटकार, जानें मुंबई के मुकाबले क्या हैं हालात?दिल्ली में लगातार कम होती टेस्टिंग की संख्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है. इस बीच मुंबई से दिल्ली की तुलना की जा रही है.
और पढो »
नोएडा में कोरोना विस्फोट, बीते 24 घंटे में कोरोना के 95 नए केसउत्तर प्रदेश के नोएडा में 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस के 95 नए केस सामने आए हैं. अब तक की यह सबसे बड़ी उछाल है. एक शख्स की मौत भी कोरोना वायरस से हुई है जो पहले से डायबिटीज और निमोनिया से पीड़ित थे.
और पढो »
दिल्ली में कोरोना का विस्फोट, 24 घंटे में 1877 नए मामले, 65 लोगों की मौत
और पढो »