दिल्ली की सभी 70 सीटों पर वोटिंग कल: 19% प्रत्याशी दागी, 5 की संपत्ति 100Cr पार, I.N.D.I.A. की पार्टियां आम...

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दिल्ली की सभी 70 सीटों पर वोटिंग कल: 19% प्रत्याशी दागी, 5 की संपत्ति 100Cr पार, I.N.D.I.A. की पार्टियां आम...
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दिल्ली विधानसभा की 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को सिंगल फेज में वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव में INDIA ब्लॉक का हिस्सा रहीं पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। इनमें आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने सभी 70 सीटों पर आमने-सामने हैं।Delhi Assembly Election 2025 Updates Follow Delhi Chunav Schedule, Seats And Constituencies Latest Details...

19% प्रत्याशी दागी, 5 की संपत्ति 100Cr पार, I.N.D.I.A. की पार्टियां आमने-सामने, BJP के 68 कैंडिडेटदिल्ली विधानसभा की 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को सिंगल फेज में वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव में INDIA ब्लॉक का हिस्सा रहीं पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। इनमें आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सभी 70 सीटों पर आमने-सामने हैं।

इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी 70 और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन 12 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।चुनाव आयोग के मुताबिक निर्दलीय समेत विभिन्न पार्टियों के कुल 699 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने इन सभी उम्मीदवारों के हलफनामों की जांच करके एक रिपोर्ट तैयार की है।

भाजपा को 54.7% जबकि INDIA ब्लॉक को कुल 43.3% वोट मिला था। जीत-हार का मार्जिन सभी सीटों पर औसतन 1.35 लाख रहा था। भाजपा 52 विधानसभा सीटों पर आगे रही थी। इस लिहाज से विधानसभा चुनाव में भाजपा को अच्छी बढ़त हासिल है। इसी तरह 2019 में भी भाजपा ने सातों लोकसभा सीटें जीतीं और 65 विधानसभा सीटों पर आगे रही। वहीं, 2020 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 62 और भाजपा ने 8 सीटें जीतीं। एनालिसिस से पता चलता है कि विधानसभा चुनाव में AAP करीब उतना वोट लेकर एकतरफा जीत रही है, जितने वोट भाजपा ने लोकसभा में पाए थे।2012 की गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर को आम आदमी पार्टी की नींव रखी गई। इसके ठीक 1 साल 1 महीने और 2 दिन बाद 4 दिसंबर, 2013 को दिल्ली चुनाव के लिए वोटिंग हुई। जब 8 दिसंबर को नतीजे आए तो AAP को 29.

2008 में परिसीमन से पहले इस सीट का नाम गोट मार्केट हुआ करता था। इसी गोल मार्केट सीट से चुनाव जीतकर शीला दीक्षित पहली बार 1998 में मुख्यमंत्री बनीं और 2013 तक इस पद पर रहीं। 2020 में यह सीट जीतने से पहले आतिशी ने 2019 में पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, भाजपा के गौतम गंभीर से साढ़े चार लाख से ज्यादा वोटों से हार गई थीं। डिप्टी CM और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद आतिशी को ही शिक्षा मंत्री बनाया गया था।

वहीं, कांग्रेस ने पूर्व मेयर फरहाद सूरी को टिकट दिया है। वे दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में विपक्ष के नेता और दरियागंज से 4 बार पार्षद रह चुके हैं। उनके पिता ताजदार बाबर भी विधायक रहे थे।इस सीट पर करीब 25% वोटर पहाड़ी हैं, जबकि 30% पूर्वांचल से हैं। 1993 से अब तक हुए 7 चुनावों में सिर्फ पहला चुनाव भाजपा ने जीता था। उसके बाद हर चुनाव में पार्टी दूसरे नंबर पर ही रही है।

वहीं, कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। वे 2008 से 2013 तक इस सीट से विधायक रहे थे। NSUI से पॉलिटिकल करियर शुरू करने वाले चौधरी कांग्रेस के सचिव भी रह चुके हैं।इस सीट से AAP की ओर से कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पास हेल्थ, फूड कंट्रोल, इंडस्ट्री जैसे कई अहम मंत्रालय रहे हैं। वे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। सौरभ 2013 से ही इस सीट पर जीतते आ रहे हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में करियर शुरू करने वाले सौरभ 2013 में केजरीवाल की 49 दिन...

इससे नाराज मोहन ने बगावती तेवर अपना लिए थे और करावल नगर से ही चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। इसके बाद पार्टी ने उन्हें मुस्तफाबाद सीट से प्रत्याशी बनाया था। काफी सियासी उठापटक के बाद 2019 में वे भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने इस दफा इन्हीं कपिल मिश्रा को मैदान में उतारा है। इस समय ने दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष भी हैं। AAP ने इस सीट से पूर्व पार्षद मनोज त्यागी को उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने डॉ पीके मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है।भाजपा ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना के बेटे हरीश खुराना को टिकट दिया है। मदनलाल 1993 से 1996 तक दिल्ली के CM रहे थे। उस समय वे इसी सीट से विधायक...

गहलोत दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट रह चुके हैं। वे 2005 से 2007 तक दिल्ली हाईकोर्ट बार काउंसिल की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के मेंबर भी रह चुके हैं। पिछले चुनाव में AAP के भूपिंदर सिंह जून भाजपा के सत प्रकाश राना से यह सीट सिर्फ 753 वोट से जीत पाए थे।

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