सरीसृप और सांप पृथ्वी की ऐसी प्रजातियां हैं जो पिछले कुछ लाख सालों में तेजी से और व्यापक तौर पर पनपी है. उनके बारे में लोग आमतौर पर यही मानते हैं कि दुनिया का कोई ऐसा कोना नहीं होगा, जहां सांप ना पाए जाते हों. एक देश ऐसा भी है जहां एक भी सांप नहीं है और उसने स्नेकलेस सांप कहा जाता है.
सांप दुनिया के अनोखे जानवरों में से एक माना जाता है. ये करीब छह लाख साल पहले आए महाविनाश के बाद तेजी से पनपे सरीसृपों के वंशज हैं. अपने जहर के लिए मशहूर सांप दुनिया के लगभग हर देश में पाए जाते हैं. भारत को तो दुनिया में सांपों का देश तक कहा जाता रहा है. यह कल्पना करना मुश्किल है कि कोई ऐसा देश भी हो सकता है जहां एक भी सांप ना हो. लेकिन ऐसा नहीं है. दक्षिणी ध्रुव में न्यूजीलैंड ऐसा देश है जहां वास्तव में ऐसा कोई सांप नहीं है. यही कारण है कि इसे सांप रहित देश कहा जाता है.
इसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि वे विकास में खुद को ढालने के लिए बहुत ही ज्यादा चौंकाते रहे हैं. जितनी इनकी प्रजातियों में विविधता है उतनी ही इनके भोजन में भी विविधता देखने को मिलती है. तो क्या बाहर से भी नहीं आ सकते सांप? जी हां, यह सवाल भी यहां बहुत उपयुक्त है कि क्या न्यूजीलैंड में लोग बाहर से सांप नहीं ले गए हैं. इसका जवाब जानकर हैरानी होती है कि न्यूजीलैंड में बाहर से सांप लाना प्रतिबंधित है और यहां किसी भी प्रकार के सांप रखना गैरकानूनी है.
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