आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी व्रत किया जाता है। इस बार यह एकादशी 20 जुलाई यानी आज मनाई जा रही है। सनातन धर्म में इस एकादशी का काफी महत्व माना जाता है क्योंकि आज से भगवान विष्णु क्षीर सागर की अनंत शय्या पर गहरी निद्रा में चले जाते...
आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी व्रत किया जाता है। सनातन धर्म में इस एकादशी का काफी महत्व माना जाता है क्योंकि देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णु क्षीर सागर की योग निद्रा में चले जाते हैं। इसके बाद कार्तिक मास की एकादशी तिथि तक को भगवान विष्णु योगनिद्रा से निकलते हैं। इस दौरान भगवान शिव सृष्टि का संचालन करते हैं। देवशयनी एकादशी व्रत कथा का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। इस व्रत की कथा सुनने व पढ़ने मात्र से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।वामन अवतार की...
राजा बलि को वरदान दिया की वह प्रत्येक वर्ष आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी से कार्तिक मास की एकादशी तक पाताल में ही निवास करेंगे और इन 4 महीने की अवधि को उनकी योगनिद्रा माना जाएगा। यही वजह है कि दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा भगवान विष्णु के बिना ही की जाती है।भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को सुनाई थी यह कथादेवशयनी एकादशी व्रत कथा का वर्णन खुद भगवान श्रीकृष्ण ने किया है। भगवान श्रीकृष्ण ने इस वृतांत को धर्मराज युधिष्ठिर को सुनाया था। कथाओं के अनुसार, सतयुग में मांधाता नाम का एक चक्रवर्ती राजा राज्य...
Devshayani Ekadashi Vrat Katha Importance Of Devshayani Ekadashi Significance Of Devshayani Ekadashi Tazatazawidget Trendingwidget देवशयनी एकादशी देवशयनी एकादशी व्रत 2021 देवशयनी एकादशी व्रत कथा देवशयानी एकादशी का महत्व
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
आ गई देवशयनी एकादशी, नोट कर लें पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त और व्रत कथाDevshayani Ekadashi 2024: देवशयनी एकादशी को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि इस दिन से भगवान विष्णु योगनिद्रा में जाते हैं. देवशयनी एकादशी व्रत रखने और विधि-विधान से पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
और पढो »
Devshayani Ekadashi 2024: देवशयनी एकादशी पर करें इस कथा का पाठ, पापों से मिलेगी मुक्तिआषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में देवशयनी एकादशी व्रत किया जाता है। धार्मिक मत है कि इस व्रत करने से जातक को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। देवशयनी एकादशी व्रत Devshayani Ekadashi Vrat Katha में कथा का पाठ न करने से पूजा पूर्ण नहीं होती है। इसलिए कथा जरूर पढ़नी चाहिए। ऐसे आइए पढ़ते हैं देवशयनी एकादशी व्रत...
और पढो »
आज रखा जाएगा निर्जला एकादशी का व्रत, यहां जानिए पूजा विधि और व्रत कथाEkadashi vrat 2024 : ज्येष्ठ माह मे शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं. मान्यता है पांडवों में भीम ने ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को बगैर जल ग्रहण किए व्रत किया था.
और पढो »
आषाढ़ गणेश चतुर्थी व्रत कथा, इसके पाठ से मिलेगा व्रत का संपूर्ण फलआषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की गणेश चतुर्थी तिथि 25 तारीख को है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना करना विशेष फलदायी रहता है। यदि आप गणेश चतुर्थी का व्रत कर रहे हैं तो आषाढ़ गणेश चतुर्थी व्रत कथा का पाठ जरुर करें। इसका पाठ करने से व्यक्ति को व्रत के पूर्ण फल की प्राप्ति होती...
और पढो »
Yogini Ekadashi 2024: योगिनी एकादशी व्रत इस कथा के बिना है अधूरा, पापों से मिलेगी मुक्तिधार्मिक मान्यता है कि योगिनी एकादशी व्रत कथा का पाठ करने से जातक को सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही श्री हरि की कृपा प्राप्त होती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि एकादशी व्रत बिना कथा का पाठ करने से अधूरा माना जाता है। आइए पढ़ते हैं योगिनी एकादशी की व्रत...
और पढो »
कलियुग में कल्कि अवतार की कथा क्या है, जानें यहांक्या है कलियुग का कल्कि अवतार और क्या है इससे जुड़ी पौराणिक कथा, जानें यहां.
और पढो »