धान की फसल में ZnSO4 और Ca(OH)2 का करें छिड़काव, फसल में एक भी नहीं लगेगा रोग

खैरा रोग समाचार

धान की फसल में ZnSO4 और Ca(OH)2 का करें छिड़काव, फसल में एक भी नहीं लगेगा रोग
Khaira Diseaseधान में लगने वाले रोगधान के रोगों से बचाव
  • 📰 News18 Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 25 sec. here
  • 9 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 37%
  • Publisher: 51%

किसान कड़ी मेहनत से फसल लगाते हैं, लेकिन कई बार सही प्रबंधन नहीं होने से फसलों में कीट और रोग का संक्रमण हो जाता है. इससे फसल खराब हो जाती है और पैदावार कम हो जाती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है. यदि सही समय पर किसान फसलों में लगने वाले रोग और कीटों पर नियंत्रण कर लेते हैं, तो नुकसान से बच सकते हैं.

पौधा संरक्षण पर्यवेक्षक बसंत नारायण सिंह ने Local18 को बताया इस समय धान की बुआई लगभग पूरी हो चुकी है और रोपाई के महज 10 से 15 दिनों में धान के फसलों में जिंक की कमी से होने वाला रोग फैल जाता है. इसके साथ ही तना छेदक कीट का भी संक्रमण होता है जिससें फसलों में बाहरी नुकसान भी होता है. इन सभी का दुष्प्रभाव फसल की उपज पर पड़ता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है. यदि सही समय पर दवाओं का छिड़काव किया जाए तो इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है.

इस रोग में धान के ताने के ऊपर वाला भाग सूखान शुरू हो जाता है और सुनहले रंग का होना शुरू हो जाता है और धीरे-धीरे यह पूरे पौधे में होने लगता है. इसके अलावा तना रोग का भी संक्रमण होता है. इसमें कीट तने का कोमल भाग खा जाता है और पौधा मर जाता है. इस रोग के निदान के लिए 0.5 प्रतिशत जिंक सल्फेट और 0.2 प्रतिशत बुझा हुआ चूना पानी में घोलकर रोगग्रस्त खेतों में हर 10 दिन में तीन बार फसल पर छिड़काव या स्प्रे करना चाहिए. किसान चाहें तो बुझे हुये चूने की जगह 2% यूरिया का भी प्रयोग कर सकते हैं.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

News18 Hindi /  🏆 13. in İN

Khaira Disease धान में लगने वाले रोग धान के रोगों से बचाव Stemborer तना छेदक कीट धान का तना छेदक Paddy Stem Borer

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

कीटनाशक के छिड़काव से पहले जान लें ये जरूरी बातें, नहीं तो फायदे की जगह हो जाएगा नुकसानकीटनाशक के छिड़काव से पहले जान लें ये जरूरी बातें, नहीं तो फायदे की जगह हो जाएगा नुकसानधान की फसल को रोपे हुए लगभग एक महीना हो चुका है और इस समय किसान बेहतर उत्पादन के लिए फसल की देखभाल में जुटे हुए हैं.
और पढो »

बकानी रोग या पीली हो रही धान की पत्ती, रेत में इस चीज को मिलाकर बिखेर दें, खेत के पास भी नहीं भटकेगी फफूंदी...बकानी रोग या पीली हो रही धान की पत्ती, रेत में इस चीज को मिलाकर बिखेर दें, खेत के पास भी नहीं भटकेगी फफूंदी...धान की फसल को इन दिनों बकानी रोग चपेट में ले रहा है. बकानी रोग एक फंगल बीमारी है, जो धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा सकती है. इस रोग के कारण धान के पौधे असामान्य रूप से लंबे हो जाते हैं और धीरे-धीरे सूख जाते हैं. बारिश के दिनों में लगातार आर्द्रता भी बढ़ जाती हुई है. जिसकी वजह से धान की फसल को कई रोग चपेट में ले रहे हैं.
और पढो »

धान की फसल में लगा है रोग, तो इस काम को करें तुरंत, होगा जबरदस्त फायदाधान की फसल में लगा है रोग, तो इस काम को करें तुरंत, होगा जबरदस्त फायदाखरीफ की फसल धान की रोपाई हो चुकी है, लेकिन फसल की रोपाई होते ही कई जगह पर रोग फसल को चपेट में लेने लगे हैं. किसानों को इन दिनों की नई तरह की समस्या सामने आ रही है. धान के पौधे की जड़ों का रंग काला और पत्तियां पीली पड़ रही है. पौधे की बढ़वार रुक जाती है.
और पढो »

हरी-भरी और चमकदार होंगी पत्ती, धान की फसल में नींबू का करें छिड़काव, न फफूंदी लगेगी, न वैक्टीरियाहरी-भरी और चमकदार होंगी पत्ती, धान की फसल में नींबू का करें छिड़काव, न फफूंदी लगेगी, न वैक्टीरियाखरीफ का सीजन चल रहा है और इस मौसम में ज्यादातर किसानों ने अब तक अपने खेतों में धान की फसल लगा ली है. धान की फसल लगाने के बाद किसान उसे बचाने के लिए तरह-तरह के रसायनों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी चीज बताने जा रहे हैं, जिसका आप सप्ताह में अगर एक बार इस्तेमाल करें तो न सिर्फ आपके धान के पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा.
और पढो »

धान की फसल में इस्तेमाल करें ये सस्ता देसी नुस्खा....दाने होंगे चमकदार और मजबूतधान की फसल में इस्तेमाल करें ये सस्ता देसी नुस्खा....दाने होंगे चमकदार और मजबूतडॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि सरसों की खली में नाइट्रोजन, बोरान, जिंक, सल्फर, फास्फोरस और पोटाश प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. यह सभी पोषक तत्व पौधों का बेहतर विकास करने के लिए आवश्यक होते हैं.
और पढो »

सावधान! बिहार में यहां किसानों पर मंडरा रहा 'शीथ ब्लाइट' का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव के उपायसावधान! बिहार में यहां किसानों पर मंडरा रहा 'शीथ ब्लाइट' का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव के उपायपश्चिम चंपारण जिले के किसानों को इस साल धान की फसल में एक नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. ये चुनौती एक विशेष रोग 'शीथ ब्लाइट' के रूप में सामने आई है, जो पूरी फसल को सूखे पुआल में बदल सकती है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार इस बीमारी का उपचार संभव है लेकिन इसे नजरअंदाज करने या सही से इलाज नहीं करने की स्थिति में फसल पूरी तरह बर्बाद हो सकती है.
और पढो »



Render Time: 2025-02-14 00:12:33