धान के बजाए इस मोटे अनाज की करें खेती, कम लागत में होगी तगड़ी कमाई

मोटे अनाज की खेती समाचार

धान के बजाए इस मोटे अनाज की करें खेती, कम लागत में होगी तगड़ी कमाई
धान के बजाए मोटे अनाज की करें खेतीकम लागत में अधिक कमाईCultivation Of Coarse Grains
  • 📰 News18 Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 19 sec. here
  • 7 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 28%
  • Publisher: 51%

सहरसा. कोसी और सीमांचल का इलाका मक्के की खेती के लिए ही जाना जाता है. इस इलाके में बड़े पैमाने पर मक्के का पैदावार होता है. इससे इस इलाके के किसान मुनाफा भी अर्जित करते हैं. खरीफ मौसम में धान से अधिक मक्के की खेती में किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. हालांकि खरीफ मौसम में मक्के की खेती करने के लिए किसानों को कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है.

जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचन्द्र शर्मा ने बताया कि मक्का की खेती के लिए उत्तम जल निकास वाली बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है. जलजमाव वाले खेतों में खरीफ मौसम में मक्का की खेती नहीं हो सकती है. ऊंचे स्थानों के खेतों में ही किसान मक्के की खेती से बेहतर पैदावार हासिल कर सकते हैं. डीएओ ज्ञानचन्द्र शर्मा ने बताया कि किसान किस तरह कम लागत में मक्के की खेती से अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं, इसके लिए समय-समय पर कृषि वैज्ञानिक किसानों के लिए एडवाइजरी भी जारी करते हैं.

अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में मेड़ बनाकर उनके ऊपर मक्का की बुआई करनी चाहिए तथा कम वर्षा वाले क्षेत्रों में कुंड में बुआई करनी चाहिए. खरीफ मौसम में मक्का का खेत तैयार करने के लिए हैरो से गहरी जुताई और कल्टीवेटर से 2-3 जुताई पर्याप्त होती है. डीएओ ज्ञानचन्द्र शर्मा ने बताया जुताई के बाद खेतों को एक बराबर कर देना चाहिए. इससे नमी बरकरार रखने में मदद मिलती है.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

News18 Hindi /  🏆 13. in İN

धान के बजाए मोटे अनाज की करें खेती कम लागत में अधिक कमाई Cultivation Of Coarse Grains Cultivate Coarse Grains Instead Of Paddy Earn More At Low Cost

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

कम खर्च में करें इस फसल की खेती, होगी लाखों में कमाई, यूपी का किसान मालामालकम खर्च में करें इस फसल की खेती, होगी लाखों में कमाई, यूपी का किसान मालामालगर्मी और बरसात में बंद गोभी की ज्यादा डिमांड रहती है. बंद गोभी की सब्जी के अलावा लोग कच्चा खाना भी पसंद करते हैं. दरअसल, बंद गोभी ठंड के मौसम में होने वाली खेती है, पर गर्मी और बरसात के मौसम में मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. लेकिन अब इसकी कई उन्नत किस्म आ गई हैं, जिनकी खेती गर्मी या बरसात में आराम से की जा सकती है.
और पढो »

इस तरीके से करें मछली पालन, कम लागत में होगी डबल कमाई, ऐसे बनाएं खादइस तरीके से करें मछली पालन, कम लागत में होगी डबल कमाई, ऐसे बनाएं खादमछली पालन में अब मुनाफा ही मुनाफा है. अगर आप भी मछली पालन करते हैं, तो आपके लिए यह अच्छी खबर है. दरअसल, अगर किसी कारण वश आपके तालाब में मछली मर जाती है तो आप उसको फेंके नहीं बल्कि उसका भी फर्टिलाइजर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं.
और पढो »

इस तरीके से करें मछली पालन, कम लागत में होगी डबल कमाई, ऐसे बनाएं खादइस तरीके से करें मछली पालन, कम लागत में होगी डबल कमाई, ऐसे बनाएं खादमछली पालन में अब मुनाफा ही मुनाफा है. अगर आप भी मछली पालन करते हैं, तो आपके लिए यह अच्छी खबर है. दरअसल, अगर किसी कारण वश आपके तालाब में मछली मर जाती है तो आप उसको फेंके नहीं बल्कि उसका भी फर्टिलाइजर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं.
और पढो »

खरीफ सीजन में किसानों को मालामाल कर देंगे ये 5 मोटे अनाज, 15 जुलाई से पहले करें बुवाईखरीफ सीजन में किसानों को मालामाल कर देंगे ये 5 मोटे अनाज, 15 जुलाई से पहले करें बुवाईमोटे अनाज वे अनाज हैं जिसके उत्पादन में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती. ये अनाज कम पानी और कम उपजाऊ भूमि में भी उग जाते हैं. धान और गेहूं की तुलना में मोटे अनाज के उत्पादन में पानी की खपत बहुत कम होती है. इसकी खेती में यूरिया और दूसरे रसायनों की जरूरत भी नहीं पड़ती.
और पढो »

फायदे का सौदा है सूखे क्षेत्रों में मोटे अनाजों की खेती, कम पानी में होगा बंपर उत्पादनफायदे का सौदा है सूखे क्षेत्रों में मोटे अनाजों की खेती, कम पानी में होगा बंपर उत्पादनमोटे अनाज वे अनाज हैं जिसके उत्पादन में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती. ये अनाज कम पानी और कम उपजाऊ भूमि में भी उग जाते हैं. धान और गेहूं की तुलना में मोटे अनाज के उत्पादन में पानी की खपत बहुत कम होती है. इसकी खेती में यूरिया और दूसरे रसायनों की जरूरत भी नहीं पड़ती.
और पढो »

कम लागत में बंपर पैदावार देती है इस दाल की खेती, सेहत के लिए भी वरदान!कम लागत में बंपर पैदावार देती है इस दाल की खेती, सेहत के लिए भी वरदान!पिछले 5 सालों से तेजी से अरहर के उत्पादन बढ़े हैं और लगातार बढ़ता जा रहा है. यह बड़ा अच्छा समय चल रहा है और विशेष कर अरहर की खेती के लिए किसान भाई अपनी तैयारी तेज कर लें.
और पढो »



Render Time: 2025-02-19 12:56:17