बहराइच जिले में किसानों को डीएपी के बजाय नैनो डीएपी उपयोग करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। नैनो डीएपी एक पर्यावरण के अनुकूल और कुशल खाद है जो फसल उत्पादन में वृद्धि करती है।
बहराइच जिले में गेहूं की बुवाई के साथ ही किसान डीएपी की खरीद के लिए परेशान होने लगते हैं। डीएपी एक दानेदार खाद है जिसे सरकार द्वारा किसानों को उपलब्ध कराया जाता है। यह फसलों की वृद्धि को तेजी से बढ़ाती है। सरकार अब नैनो डीएपी को बढ़ावा दे रही है। नैनो डीएपी एक लिक्विड खाद है जिसमें नैनो कणों के रूप में नाइट्रोजन और फास्फोरस होते हैं। जानकारों का मानना है कि डीएपी के दीर्घकालिक उपयोग से भूमि बंजर हो सकती है जबकि नैनो डीएपी से ऐसी कोई समस्या नहीं है। नैनो डीएपी का उपयोग बीज उपचार, जड़, कंद, सेट
उपचार और पत्तों पर छिड़काव के लिए किया जाता है। नैनो डीएपी से फसल की पैदावार बढ़ती है और गुणवत्ता भी बेहतर होती है। यह पर्यावरण के अनुकूल है और मिट्टी, जल और वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करता है। नैनो डीएपी की बोतलें छोटी होती हैं और आसानी से ले जाया जा सकता है। नैनो डीएपी की कीमत 600 रुपये है, जो डीएपी की कीमत 1,350 रुपये से काफी कम है। किसानों को जानकारी के अभाव में नैनो डीएपी से दूर भाग रहे हैं। बहराइच के जिला कृषि अधिकारी सूबेदार यादव ने किसानों से नैनो डीएपी का उपयोग करने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि कई किसानों को नैनो डीएपी प्रदान की गई है और उन्होंने इसका उपयोग करके इसके लाभों का अनुभव किया है
नैनो डीएपी डीएपी खाद फसल उत्पादन पर्यावरण कृषि बहराइच
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
उत्तर प्रदेश के किसानों की बढ़ेगी आय, वर्ल्ड बैंक ने नई परियोजना के लिए लोन किया मंजूरउत्तर प्रदेश के किसानों की बढ़ेगी आय, वर्ल्ड बैंक ने नई परियोजना के लिए लोन किया मंजूर
और पढो »
Rajasthan News: राजस्थान में DAP संकट ! 2 माह में 74% ही हुई आपूर्ति, कालाबाजारी पर कृषि विभाग सख्तRajasthan News: राज्य में रबी फसलों की बुवाई के लिए जरूरी डीएपी की किल्लत चल रही है. कृषि विभाग के स्तर पर किसानों के लिए आपूर्ति बढ़ाने के प्रयास जारी हैं, लेकिन कई जिलों में किसानों को डीएपी लेने के लिए कतारें लगानी पड़ रही हैं.
और पढो »
Video: अमेठी में किसानों की मुश्किलें बढ़ी, खाद के लिए दर-दर भटक रहे किसानAmethi Video: अमेठी में डीएपी खाद की भारी कमी के कारण किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ Watch video on ZeeNews Hindi
और पढो »
AI की मदद से फर्स्ट स्टेज पर लग जाएगा लाइलाज बीमारी पार्किंसंस का पता!एआई की आवाज में होने वाले छोटे-छोटे परिवर्तनों को पहचानने की क्षमता ने पार्किंसंस मरीजों के लिए एक नई उम्मीद पैदा कर दी है.
और पढो »
खाद के दामों में ओवर रेटिंग करने वाले अकाउंटेंट सस्पेंड, दबाव में आकर वापस कर दिए थे रुपयेश्रावस्ती में सहकारी संघ के लेखाकार अवधेश वर्मा को किसानों से डीएपी और नैनो यूरिया पर 90 रुपये अधिक वसूलने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। किसानों ने इसकी शिकायत जमुनहा एसडीएम से की थी। कार्रवाई के डर से लेखाकार ने लिए गए अधिक पैसे किसानों को लौटा दिए थे। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता ने मामले की जांच के बाद लेखाकार को निलंबित कर दिया...
और पढो »
खेतों में घायल किसानों के लिए यह घास है रामबाणसहारनपुर के किसानों के लिए बकुंबर घास एक जीवन रक्षक है।
और पढो »