2024 लोकसभा चुनाव में नोटा विकल्प को सबसे कम वोट मिले हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन लोकसभा चुनावों में नोटा के वोट में लगातार गिरावट आई है।
जेएनएन, नई दिल्ली। इनमें से कोई नहीं विकल्प को 2024 लोकसभा चुनाव में उसकी शुरुआत के बाद से सबसे कम वोट मिले हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन लोकसभा चुनावों में नोटा के वोट में लगातार गिरावट आई है। 2014 में नोटा को 1.08 प्रतिशत वोट मिले थे, जो 2024 में घट कर 0.99 प्रतिशत रह गए। लोकसभा चुनाव में नोटा विकल्प पहली बार 2014 में लागू किया गया था। बिहार में नोटा को मिले सबसे ज्यादा वोट मिले। कम हो रहा नोटा का इस्तेमाल बिहार में नोटा को 2.07 प्रतिशत, दादर एंव नगर हवेली में 2.
21 प्रतिशत नगालैंड में नोटा को मिले हैं। नोटा को मिले वोट में अंतर बताता है कि अलग-अलग राज्यों में मतदाताओं ने चुनाव प्रक्रिया में अलग तरह से अपनी पसंद व्यक्त की है। या तो मतदाताओं ने सक्रिय तौर पर चुनाव में भागीदारी करते हुए अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट दिया है या विरोध या असंतोष जताने के लिए नोटा का इस्तेमाल किया है। 2013 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग ने ईवीएम पर नोटा बटन को अंतिम विकल्प के रूप में जोड़ा था। इससे पहले, जो लोग किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देना चाहते थे, उन्हें...
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