Former New India Co-operative Bank manager Hitesh Mehta Detained accused of embezzling Rs 122 crore, न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व मैनेजर हितेश मेहता को हिरासत में| राज्य | महाराष्ट्र
Maharashtra News : प्राइवेट सेक्टर के मुंबई बेस्ड न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक का मामला गरमाया हुआ है. भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बैंक पर भारी अनियमितताओं के चलते 6 महीने के लिए बैन लगा दिया. इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने शनिवार को 122 करोड़ रुपये गबन के आरोप में न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व मैनेजर हितेश मेहता को हिरासत में लिया और फिर उनको पूछताछ के लिए मुंबई स्थित अपने ऑफिस लेकर आई. मामले में आगे की जांच जारी है.
अब हितेश मेहता जांच के लिए ईओडब्ल्यू ऑफिस में पेश हुए. जरूर पढ़ें: मोदी-ट्रंप दोस्ती से Pakistan में खलबली, India को F-35 Jets देने की बात पर पाक विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता Mumbai, Maharashtra: Hitesh Mehta, former manager of New India Co-operative Bank, is accused of embezzling ₹122 crores. He has appeared at the EOW office after being summoned pic.twitter.com/dkT8pIkfNR — IANS February 15, 2025 न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर बैन आरबीआई ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर बैन लगा दिया है.
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हिमाचल में चिट्टा तस्करी बढ़ रही हैहिमाचल प्रदेश में चिड़िया तस्करी की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। समाचार में अन्य घटनाएं जैसे जमुई में राष्ट्रपिता की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़, न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ का घोटाला, पटना-धनबाद ट्रेन पर जमुई में पथराव, जवाहर पार्क का पुनर्निर्माण, मौसम का परिवर्तन और बच्चों के स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव, बिजनेसमैन से ठगी, आसनसोड डिवजीन में ट्रेन का ठहराव, शहद और कलौंजी का सेवन, अरविंद केजरीवाल पर फर्जी आरोप, नीतीश मिश्रा का सम्मान, प्याज के खेतों में कीट नियंत्रण, संजना का समाज सेवा का कार्य, हजारीबाग की महिलाओं का स्टार्टअप और अन्य घटनाओं का विवरण भी दिया गया है।
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भारतीय रिजर्व बैंक ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दियाभारतीय रिजर्व बैंक ने मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में खराब संचालन मानकों के कारण इसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया है। आरबीआई ने बैंक पर कई प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद यह कदम उठाया। इन प्रतिबंधों में बैंक को नए कर्ज जारी करने से रोका गया है और साथ ही बैंक द्वारा ग्राहकों के जमा पैसे को छह महीने तक निकालने पर भी रोक लगा दी गई है।
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आरबीआई ने मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दियाभारतीय रिजर्व बैंक ने मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में खराब संचालन मानकों का हवाला देते हुए इसे भंग कर दिया है। आरबीआई ने बैंक पर कई प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद यह कदम उठाया। आरबीआई की पाबंदियों के बाद शुक्रवार को बैंक की शाखाओं के बाहर ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। आरबीआई ने बैंक के मामलों के प्रबंधन के लिए 'प्रशासक' के रूप में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक श्रीकांत को नियुक्त किया है।
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मुंबई में न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक के बाहर जमा हो गए डिपॉजिटर्सरिजर्व बैंक ने नियमों का पालन न करने के चलते न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में डिपॉजिट और विड्रॉल पर रोक लगा दी है। बैंक के बाहर डिपॉजिटर्स जमा हो गए हैं और अपने पैसे वापस पाने के लिए बेचैन हैं। आरबीआई ने कहा कि बैंक की मौजूदा नकदी स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
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न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर आरबीआई का प्रतिबंध: ग्राहकों में दहशतभारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कांदिवली स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं जिसके कारण बैंक के ग्राहकों में दहशत फैल गई है. बैंक पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिनमें नए लोन को जारी करने और पुराने लोन को रिन्यू करने पर प्रतिबंध शामिल है. ग्राहक इस बैंक में नया फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) या कोई और डिपॉजिट स्कीम नहीं खोल पाएंगे. बैंक पर किसी तरह के निवेश पर भी प्रतिबंध लगा है. एक ग्राहक पांच लाख तक के ही पैसे अपने खाते से निकाल सकता है.
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RBI पर प्रतिबंध लगाए गए न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक का ग्राहक हताशा मेंRBI ने मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया है। बैंक अब नए ऋण नहीं दे सकेगा और ग्राहक अपने जमा धन को निकालने में भी असमर्थ होंगे। बैंक की वित्तीय स्थिति और सुपरवाइजरी चिंताओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। बैंक की शाखाओं के बाहर ग्राहकों की भीड़ उमड़ी है, जो अपनी जमा धन को वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
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