पंचेन लामा को लेकर चीन क्यों है अमरीका के निशाने पर

इंडिया समाचार समाचार

पंचेन लामा को लेकर चीन क्यों है अमरीका के निशाने पर
इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें
  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 86 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 38%
  • Publisher: 51%

अमरीका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने चीन से कहा है कि वो पंचेन लामा को सबके सामने लाए.

अमरीका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने कहा है कि चीन को जल्द से जल्द तिब्बती धार्मिक नेता पंचेन लामा के बारे में जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए.

कोरोना संक्रमण के मामले पर चीन को ज़िम्मेदार ठहराने और इसकी आर्थिक क़ीमत चुकाने को लेकर अमरीका ने कई पहल की है. अब अमरीकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने पंचेन लामा का मुद्दा उठाकर चीन को घेरने की कोशिश की है.चीन ने जब 1995 में तिब्बती बौद्ध धर्म के दूसरे सबसे अहम व्यक्ति को छह साल की उम्र में अपने क़ब्ज़े में लिया तब उन्हें दुनिया का सबसे युवा राजनीतिक बंदी कहा गया था. 25 साल बाद भी उन्हें देखा नहीं गया है.

अक्तूबर 2000 में तत्कालीन ब्रितानी विदेश मंत्री रॉबिन कुक ने संसद की सेलेक्ट समिति को बताया था,"हर बार जब हमने गेझुन चोएक्यी न्यीमा का सवाल उठाया...हमें चीन की सरकार ने ये भरोसा दिया कि उनकी सेहत अच्छी है और उनकी अच्छे से देखभाल की जा रही है और उनके परिजन अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप नहीं चाहते हैं."दलाई लामा की ही तरह पंचेन लामा को भी बुद्ध के ही एक रूप का अवतार माना जाता है. पंचेन लामा को अमिताभ, यानी बुद्ध के असीम प्रकाश वाले दैवीय स्वरूप, का अवतार माना जाता है.

दलाई लामा के पुनर्जन्म को तलाशने में पंचेन लामा की भूमिका प्रमुख रहेगी, मगर इंटरनेशनल कैंपेन फ़ॉर तिब्बत के उपाध्यक्ष भूचुंग त्सेरिंग ने पिछले साल कहा था- ऐसा नहीं है कि"दलाई लामा के फिर से अवतार लेने की प्रक्रिया पूरी तरह उन्हीं के ऊपर निर्भर करती है." उन्होंने यह भी कहा था कि इस साल भारत में तिब्बती बौद्धों की मीटिंग में यह चर्चा हो सकती है कि दलाई लामा के पद को जारी रखने की ज़रूरत है या नहीं.दलाई लामा 84 साल के तिब्बती आध्यात्मिक नेता है. उन्होंने भारत में तिब्बत की निर्वासित सरकार का गठन किया था. दूसरी ओर चीन तिब्बत पर अपना दावा पेश करता है.दलाई लामा अमरीका भी जाते हैं तो चीन के कान खड़े हो जाते हैं.

इसके साथ ही तिब्बत सांस्कृतिक रूप से संपन्न बनकर उभरा था. तिब्बत के एकीकरण के साथ ही यहां बौद्ध धर्म में संपन्नता आई. जेलग बौद्धों ने 14वें दलाई लामा को भी मान्यता दी.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

BBC News Hindi /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

कोरोना वायरस पर ताइवान को अपनी बात रखने का मौक़ा क्यों नहीं मिल रहा?कोरोना वायरस पर ताइवान को अपनी बात रखने का मौक़ा क्यों नहीं मिल रहा?कोरोना वायरस पर ताइवान अपनी बात रखना चाहता है लेकिन इसको लेकर चीन और अमरीका क्यों हो गए हैं आमने-सामने?
और पढो »

6 कर्मचारियों के COVID-19 पॉज़िटिव निकलने के बाद स्मार्टफोन कंपनी Oppo का कारखाना बंद6 कर्मचारियों के COVID-19 पॉज़िटिव निकलने के बाद स्मार्टफोन कंपनी Oppo का कारखाना बंदचीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ओप्पो (Oppo) ने छह कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर दिल्ली के पास स्थित अपने कारखाने को बंद कर दिया है
और पढो »

गुजरात: प्रवासी मजदूरों का घर वापसी को लेकर हंगामा, पुलिस पर पथराव, वाहनों में तोड़फोड़गुजरात: प्रवासी मजदूरों का घर वापसी को लेकर हंगामा, पुलिस पर पथराव, वाहनों में तोड़फोड़गुजरात: प्रवासी मजदूरों का घर वापसी को लेकर हंगामा, पुलिस पर पथराव, वाहनों में तोड़फोड़ Gujarat Lockdown4 vijayrupanibjp
और पढो »

जानें क्या है डब्ल्यूएचओ और अमेरिका विवाद, 62 देशों ने क्यों खोला चीन के खिलाफ मोर्चाजानें क्या है डब्ल्यूएचओ और अमेरिका विवाद, 62 देशों ने क्यों खोला चीन के खिलाफ मोर्चादुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर विश्व स्वास्थ्य
और पढो »

जानें, डिस्काउंट के बाद भी क्यों इन चीजों को खरीदना नहीं है फायदे का सौदाजानें, डिस्काउंट के बाद भी क्यों इन चीजों को खरीदना नहीं है फायदे का सौदालॉकडाउन के दौर में कई कंपनियों की ओर से इन दिनों प्री-बुकिंग के ऑफर दिए जा रहे हैं और लग्जरी चीजें भी काफी डिस्काउंट पर मिल रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज पर भी काफी ऑफर पेश किए जा रहे हैं।
और पढो »



Render Time: 2025-02-27 23:21:30