राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में परिवारवाद का मुद्दा फिर से उठ खड़ा हुआ है। महुआ विधायक मुकेश रौशन के आंसू इस बात का सबूत हैं। तेज प्रताप यादव के महुआ से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद रौशन को अपनी सीट जाने का डर सता रहा है। यह घटना RJD में परिवारवाद के पुराने इतिहास को दर्शाती है, जिसमें रामकृपाल यादव और जगदानंद सिंह जैसे नेताओं को भी इसका खामियाजा...
पटना: राष्ट्रीय जनता दल में परिवारवाद और परिवारवाद के नाम पर किसी की बलि लेना कोई नई बात नहीं है। राजद मुकेश रोशन का रोना और सीट जाने के दुःख का बयान करना पूर्व की ऐसी कई कहानियों को एक बार फिर उजागर कर गया। दरअसल राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 की धड़कन समय से पहले तेज हो गई है। वह राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'महिला संवाद' यात्रा हो या नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का 'कार्यकर्ता दर्शन' या फिर जिलेवार एनडीए के कार्यकर्ता की बैठक का प्रोग्राम तय होना। अब इस चुनाव की अग्नि...
था, 'मैंने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है और कभी कोई विश्वासघात नहीं किया। पर पाटलिपुत्र सीट से पार्टी अध्यक्ष लालू यादव की बेटी मीसा को टिकट देने के लिए मेरे साथ ऐसा कर रहे है। मैंने बुरे वक्त में भी लालू प्रसाद यादव का साथ नहीं छोड़ा, पर परिवारवाद के आगे वे किसी की भी बलि ले सकते हैं।'जगदानंद भी हुए तेज प्रताप के दुर्व्यवहार का शिकारवर्ष 2021 में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे का दुर्व्यवहार झेलना पड़ा था। तब इस बात को लेकर मामला...
Tej Pratap Yadav Mukesh Raushan Mahua Constituency Tej Pratap Yadav Vs Mukesh Raushan 14 Years Ago Ramkripal Yadav Also Shed Tears Lalu Yadav तेज प्रताप यादव मुकेश रौशन महुआ विधानसभा क्षेत्र तेज प्रताप यादव बनाम मुकेश रौशन 14 साल पहले रामकृपाल यादव ने भी बहाये थे आंसू
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