Inflation Rate : पहले खुदरा महंगाई ने परेशान किया और अब थोक महंगाई दर भी जून में लगातार चौथे महीने बढ़ी है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में थोक महंगाई की दर 3.36 फीसदी रही है, जबकि खुदरा महंगाई तो चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.
नई दिल्ली. एक तरफ रिजर्व बैंक और सरकार महंगाई को काबू में लाने के लिए हर प्रयास कर रहे हैं, तो दूसरी ओर खाने-पीने चीजों की बढ़ती कीमतों ने महंगाई को आसमान पर पहुंचा दिया है. पहले खुदरा महंगाई ने परेशान किया और अब थोक महंगाई की दर भी लगातार चौथे महीने बढ़ गई है. जून में थोक मूल्य की वृद्धि दर 3.36 फीसदी रही है. खाद्य वस्तुओं, खासकर सब्जियों तथा विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि इसकी मुख्य वजह रही.
ये भी पढ़ें – जिस कंपनी की बिल्डिंग से चली ट्रंप पर गोली, क्या है उसका कारोबार? कितना बड़ा है उसका बिजनेस खाने-पीने की चीजों ने बढ़ाया बोझ मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जून 2024 में मुद्रास्फीति बढ़ने की मुख्य वजह खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों के विनिर्माण, कच्चे रसायन तथा प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि रही है. आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति जून में 10.87 प्रतिशत बढ़ी, जबकि मई में यह 9.82 प्रतिशत थी.
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