अखिल भारतीय संत समिति सुप्रीम कोर्ट में पहुंची है और पूजा स्थल कानून की धारा तीन और चार को रद करने की मांग की है। संत समिति कानून के खिलाफ लड़ाई में आधा दर्जन से ज्यादा याचिकाओं में शामिल है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पूजा स्थल कानून के खिलाफ अखिल भारतीय संत समिति भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। अखिल भारतीय संत समिति ने सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप अर्जी दाखिल कर कानून की धारा तीन और चार को रद करने की मांग करते हुए मामले में पक्ष रखने की इजाजत मांगी है। पूजा स्थल कानून के मामले में सुप्रीम कोर्ट में करीब आधा दर्जन से ज्यादा याचिकाएं और अर्जियां लंबित हैं जिन पर कोर्ट 17 फरवरी को सुनवाई करेगा। इन याचिकाओं और अर्जियों में से कुछ में कानून के प्रविधानों को संविधान के खिलाफ और भेदभाव पूर्ण...
मध्य प्रदेश में भोजशाला आदि लंबित हैं जिनमें धार्मिक स्थलों पर दावे किये गए हैं। इन्हें देखते हुए 17 फरवरी को पूजा स्थल कानून पर होने वाली सुनवाई अहम होगी। याचिका में क्या कहा गया? हिंदू संस्था ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी एक नई याचिका दायर की है और इसमें विभिन्न आधारों पर 1991 अधिनियम की धारा 3 और 4 की वैधता को चुनौती दी है। बता दें कि अधिनियम की धारा 3 पूजा स्थलों के रूपांतरण पर रोक लगाती है। इसके अलावा धारा 4 अदालतों को ऐसे स्थानों के धार्मिक चरित्र के बारे में विवादों पर विचार करने से रोकती...
SUPREME COURT SANATAN DHARMA RELIGIOUS PLACES LAW CONTROVERSY
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